रायपुर

PWD raipur chhattisgarh : एक्सप्रेस-वे जैसा घटिया, 6 इंच तक धंस गई भाठागांव और कुशालपुर ओवरब्रिज

#PWD raipur chhattisgarh: रायपुर. चर्चित एक्सप्रेस-वे जैसा ही घटिया निर्माण रिंग रोड के भाठागांव और कुशालपुर ओवरब्रिज पर फूट-फूटकर बाहर निकल रहा है।

रायपुरMay 17, 2022 / 12:30 pm

Kamal Prakash Shukla

ओवरब्रिज का ऊपरी हिस्सा बैठ रहा

#PWD raipur chhattisgarh: इन दोनों ओवरब्रिज को बने हुए अभी ज्यादा समय नहीं हुआ है। इसके बावजूद कुशालपुर ओवरब्रिज का एक पूरा पट्टी 6 इंच तक नीचे धंस चुकी है और गाडि़यां लहराते हुए निकलती हैं। इस वजह से खतरा बढ़ गया है।
#PWD raipur chhattisgarh: जानकारों का कहना है कि जिस तरह से ओवरब्रिज का ऊपरी हिस्सा बैठ रहा है, उसका बरसात के पहले मरम्मत नहीं हुआ तो बड़ा खतरनाक साबित हो सकता है। क्योंकि भारी वाहनों की आवाजाही से धंसते ही जाएगा, उससे पानी रिसाव होगा और ब्रिज की वॉल डैमेज होने का खतरा है। बता दें कि घटिया निर्माण के कारण ही 350 करोड़ वाली एक्सप्रेस-वे सड़क के ओवरब्रिज को तोड़कर दोबारा बनाने की नौबत सबके सामने है। इस समय राजातालाब तरफ निर्माण चल रहा है, इसलिए शहर के लोगों को एक्सप्रेस-वे सड़क से आवाजाही की सुविधा आज तक शहर के लोगों को 6 साल बाद भी नहीं मिल रही है।
#PWD raipur chhattisgarh: 54 करोड़ की लागत से बनवा पीडब्ल्यूडी

शहर के बीच रिंग रोड 1 पर भारी ट्रैफिक के बीच सबसे खतरनाक क्रासिंग भाठागांव और कुशालपुर के पास पीडब्ल्यूडी ब्रिज डिवीजन के इंजीनियरों ने 54 करोड़ की लागत से इन दोनों जगहों पर ओवरब्रिज का निर्माण जनवरी 2019 में पूरा कराया था। विभाग के नियम के अनुसार मैदानी स्तर पर एसडीओ और सबइंजीनियरों की निगरानी में बंका कंस्ट्रक्शन कंपनी से निर्माण कराया गया। उसी ओवरब्रिज के दोनों तरफ की दो-दो लेयर बैठते जा रही है। डामर धंस गई है।

#PWD raipur chhattisgarh: गजब की इंजीनियरिंग, सड़क से 1 फीट तक नीचे

इन दोनों ओवरब्रिज के ढलान एप्रोच का दायरा सड़क की ऊंचाई से लगभग 1 फीट तक नीचे है। उसी हिस्से में घुटनों तक पानी बरसात के दिनों में भरता है। इन दोनों जगहों पर पानी निकासी कैसे होगी को नजरअंदाज कर ठेकेदार से मिलीभगत कर मटेरियल बचाने के खेल को अंजाम दिया गया। जो दूर से ही दिखाई देता है।

#PWD raipur chhattisgarh: पीडब्ल्यूडी मंत्री का पहला लोकार्पण था

2018 में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के बाद पीडब्ल्यूडी मंत्री ताम्रध्वज साहू बने। ये दोनों ओवरब्रिज रमन सरकार के कार्यकाल के आखिरी में बन कर तैयार हुआ था। परंतु लोकार्पण नहीं कर पाए थे। इसलिए पीडब्ल्यूडी मंत्री बनने पर ताम्रध्वज साहू ने कोटा-गोदवारा रेलवे क्रासिंग ओवरब्रिज और सुंदरनगर के पास कुशालपुर ओवरब्रिज का लोकार्पण किया था।

सीधी बात

एसके गुप्ता
एसडीओ, पीडब्ल्यूडी ब्रिज डिवीजन

सवाल : ब्रिज धंस रहा है, परफार्मेंस गारंटी में है या नहीं ?

जवाब : निर्माण बंका कंस्ट्रक्शन ने कराया है, परफार्मेंस गारंटी जून तक है।
सवाल : मरम्मत क्यों नहीं करवाया जा रहा ?
जवाब : पूछताछ कर रहे हैं, छापेंगे क्या। रिपोर्टर-छाप सकते हैं। तब मैं कोई जानकारी देने के लिए अधिकृत नहीं हूं। दूसरी बात करिए, ऐसा क्यों ? मुझे मुंह बंद रखने कहा गया है।
सवाल : मैदानी स्तर आपकी निगमरानी में बना है, इसलिए बात कर रहा हूं ?
जवाब : निर्माण के बारे में कुछ मत पूछिए, मेरी पसंद ना पसंद या दूसरी बातें कर सकते हैं, वैसे मैं पक्षी प्रेमी हूं। इस संबंध में कुछ पूछेंगे तो बात करूंगा।
छोटे वाहनों के अलावा भारी-दो साल पहले 54 करोड़ की लागत से बनाई गई।
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