कोरोना के चलते दो साल तक काफी पाबंदियां दी थीं। परंतु अब सब कुछ बलाल हो चुका है। रेलवे भी अब वेटिंग टिकट वालों को ट्रेन में सफर करने की छूट है। इसलिए रायपुर रेलवे जंक्शन से इस समय हर जाने और आने वाली मेल, एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों में यात्रियों की आवाजाही लगातार बढ़ती रही है। यही वजह कि ऐसी कोई ट्रेन नहीं जिसमें 100 के आसपास वेटिंग रिजर्वेशन टिकट न बनता हो। नतीजा, ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाने के साथ ही मुख्य हावड़-मुंबई रेलवे लाइन पर समर एक्सप्रेस चलने जा रही हैं। क्योंकि रेलवे प्रशासन ने इसकी घोषणा कर दी है।
पहले थी पाबंदी, अब वेटिंंग टिकट पर सफर बहाल: कोरोना के चलते महीनाभर पहले तक टिकट वेटिंग होने पर स्टेशन के अंदर घुसने तक नहीं दिया जा रहा था। परंतु अब सबकुछ ओपन हो चुका है। इसलिए ट्रेनों में भी वेटिंग टिकट पर सफर बहाल हुआ है। बशर्ते आपके पास रेलवे के काउंटरों से लिया हुआ टिकट हो। क्योंकि ई-टिकट वेटिंग होने पर खुद-ब-खुद निरस्त जाता है, वजह ये कि वेटिंग ई-टिकट का पैसा आपके बैंक खाते में रिफंड हो जाता है।
जानिए, समझिए...ऐसे करते है दगाबाजी पैटर्न -1 जहरखुरानी गैंग इस गैंग के सदस्य स्लीपर, एसी किसी भी कोच में रिजर्वेशन कराकर ही सफर करते हैं। चलती हुई ट्रेन में पहले दोस्ती करते हैं। जैसे कहां से आ रहे हैं, कहां तक जाएंगे। अपने बारे में भी ऐसा कुछ बताएंगे कि जैसे कि वे आपके गांव, कस्बे, शहर को जानते हों। जब उन्हें लगा कि अब तो दोस्ती पक्की हो गई, बातें भी खूब होने लगी, तब तक कई बार आपको चाय, बिस्किट, कोल्डिंग पिलाएंगे। फिर मौका पाते उन्हीं चीजों में नशीली दवा ऐसा मिलाएंगे कि आप समझ नहीं पाएंगे और कुछ ही देर में गहरी नींद में चले जाएंगे और आपका सामना पार। क्योंकि ऐसी घटना मुंबई-हावड़ा मेल सहित कई ट्रेनों में हो चुकी हैं।
पैटर्न-2 सासी गिरोह ये गिरोह भी ट्रेनों में रिजर्वेशन टिकट कहीं से कहीं तक लेकर सफर करता है। खासतौर पर एसी कोच का। इसके दो से तीन साथी होते हैं। ये गिरोह उस कोच के यात्रियों को पहले से भांप लेता है कि किसके पास कितना लगेज है। स्टेशन करीब आने लगता है तो जल्दी-जल्दी सामान निकाल कर गेट के करीब रखने लगते हैं। इसी का फायदा है गिरोह। आपको मदद करने का भरोसा दिलाएगा और साथियों को सक्रिय कर देगा। उसी दौरान तेजधार कटर से आपका ट्रॉली बैग, सूटकेस के चैन के आसपास चीरा लगाकर सामान पार। जब उस पर आपकी नजर पड़ेगी, तब तक काफी देर हो चुकी होगी। ऐसी कई ट्रेनों के यात्री शिकार हो चुके हैं।
यात्रा के दौरान इन बातों का रखें ध्यान -किसी भी अजनबी से ज्यादा घुलें-मिलें नहीं।
- अनजान शख्स द्वारा दिया गया पानी या कोई खाद्य सामग्री न खाएं।
- यात्रा के दौरान पूरी सतर्कता और सावधानी बरतें।
- संदिग्ध लगने पर ट्रेन में तैनात पुलिस बल को सूचना दें।
- अपने सामान की सुरक्षा स्वयं करें।
- ट्रेन में चढ़ते समय पूरी सावधानी बरतें। हर व्यक्ति पर नजर रखें।
- अनजान शख्स द्वारा दिया गया पानी या कोई खाद्य सामग्री न खाएं।
- यात्रा के दौरान पूरी सतर्कता और सावधानी बरतें।
- संदिग्ध लगने पर ट्रेन में तैनात पुलिस बल को सूचना दें।
- अपने सामान की सुरक्षा स्वयं करें।
- ट्रेन में चढ़ते समय पूरी सावधानी बरतें। हर व्यक्ति पर नजर रखें।
0000000 सतर्कता की जरूरत
ट्रेनाें में यात्रियों की भीड़-भाड़ बढ़ने के सीजन में ये दोनों गिरोह जहरखुरानी और सासी गिरोह सक्रिय हो जाते हैं। सफर के दौरान काफी सतर्कता बरतें और किसी अपरिचित यात्री से न दोस्ती करें और न ही उसका दिया हुआ चाय, काफी, बिस्किट, कोल्डिंक, पानी पीयें।
ट्रेनाें में यात्रियों की भीड़-भाड़ बढ़ने के सीजन में ये दोनों गिरोह जहरखुरानी और सासी गिरोह सक्रिय हो जाते हैं। सफर के दौरान काफी सतर्कता बरतें और किसी अपरिचित यात्री से न दोस्ती करें और न ही उसका दिया हुआ चाय, काफी, बिस्किट, कोल्डिंक, पानी पीयें।
एलएस राजपूत, थाना प्रभारी जीआरपी