scriptई-टिकट रिफंड करने में यात्रियों को रुला रहा रेलवे, दूसरा टिकट नहीं करा पा रहे लोग | Railway e-ticket is not refunding on time after ticket cancelled | Patrika News
रायपुर

ई-टिकट रिफंड करने में यात्रियों को रुला रहा रेलवे, दूसरा टिकट नहीं करा पा रहे लोग

कोरोनाकाल में रेलवे के रवैए से लोग हलाकान हैं। स्पेशल ट्रेन के नाम पर अधिक किराया देने की मजबूरी और ई-टिकट कैंसिल कराने पर रिफंड समय पर नहीं मिलने जैसी दोहरी समस्या से जूझना पड़ रहा है।

रायपुरMay 22, 2021 / 06:13 pm

Ashish Gupta

indian railway news

ई-टिकट रिफंड करने में यात्रियों को रुला रहा रेलवे, दूसरा टिकट नहीं करा पा रहे लोग

रायपुर. कोरोनाकाल में रेलवे के रवैए से लोग हलाकान हैं। स्पेशल ट्रेन के नाम पर अधिक किराया देने की मजबूरी और ई-टिकट कैंसिल कराने पर रिफंड समय पर नहीं मिलने जैसी दोहरी समस्या से जूझना पड़ रहा है। रेलवे की IRCTC द्वारा टिकट कैंसिल कराने के 8 से 10 दिन बाद तक पैसा रिफंड किया जाता है। इस वजह से यदि कोई यात्री किसी अन्य ट्रेन का दोबारा ई-टिकट लेना चाहे तो उसे कई दिनों तक रिफंड का इंतजार करना पड़ता है।
दूसरी तरफ रेलवे का दावा यही कि आईआरसीसीटी की साइट से ई-टिकट लेने की सुविधा से लोगों को काफी राहत मिली है। घर बैठे लोग अपने मोबाइल या कंप्यूटर से ई-टिकट बुक करा सकते हैं। आईआरसीटीसी कैंसिलेशन के करोड़ों रुपए अपने खाते में रोक कर उसका फायदा उठा रहा है। जबकि जिस तरह ई-टिकट बुक कराते वक्त आम उपभोक्ताओं के बैंक खाते से राशि तुरंत रेलवे के खाते में ट्रांसफर हो जाती है, उस तरह कैंसिलेशन पर रिफंड भी फौरन हो जाना चाहिए।

यह भी पढ़ें: पॉजिटिव खबर: 100 साल के बुजुर्ग के सामने कोरोना 5 दिन में चित, स्वस्थ होने के बाद कही ये बात

शनिवार और रविवार नहीं करेंगे रिफंड
आईआरसीटीसी के अफसरों ने शनिवार और रविवार के दिन को रिफंड सिस्टम से ही गोल कर दिया है और न ही तीन से चार दिन में पैसा रिफंड करता है। यानी कि कैंसिल कराने के बाद यदि ये दोनों दिन बीच में आ गए तो फिर इसके बाद ही राशि खाते में वापस आने की उम्मीद है।

कैंसिलेशन की तारीख में भी हेरफेर
पीएनआर नंबर 4732875686 ई-टिकट। हैदराबाद-दरभंगा ट्रेन के सेकंड एसी का 8940 रुपए लगा। परंतु किसी समस्या के कारण यात्री ने उस ई-टिकट को 17 मई को कैंसिल करा दिया। इसे अगले दिन 18 मई को आईआरसीटीसी ने अपने सिस्टम में शो किया। जब पांच दिन बाद भी रिफंड वापस नहीं मिला तो यात्री ने टोल फ्री नंबर पर संपर्क किया तब यह खुलासा हुआ।

यह भी पढ़ें: राजीव गांधी किसान न्याय योजना की पहली किस्त जारी, 22 लाख किसानों के खाते में आएंगे 1500 करोड़

रेलवे के सीनियर पब्लिसिटी इंस्पेक्टर शिव प्रसाद पंवार ने कहा, ई-टिकट कैंसिलेशन का सिस्टम पहले से बना हुआ है। उसी के हिसाब से यात्रियों को रिफंड होता है। कोरोनाकाल में जानबूझकर रोकने जैसी कोई बात नहीं है। काउंटर से तुरंत रिफंड करने की व्यवस्था है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो