रायपुरPublished: Jun 04, 2020 06:57:45 pm
VIKAS MISHRA
कोरोनाकाल में भी मुस्तैदी : लॉकडाउन में नहीं थमे थे पार्सल और मालगाड़ी के पहिए
रेलवे का जनसंपर्क विभाग घर से कर रहा काम
रायपुर . वैश्विक संकट कोरोना कोविड-19 निजी संस्थानों के साथ ही सरकारी कार्यालयों के कामकाज के तरीके को बदला। नई उम्मीदों के साथ रेलवे जैसा विभाग जो कभी बंद नहीं हुआ, लॉकडाउन राहत मिलने के बाद भी अधिकांश कर्मचारी वर्क फ्रार्म होम से अपनी-अपनी जिम्मेदारी संभाल रखे हैं। न डीजल-पेट्र्रोल के खर्च की चिंता न ही आने-जाने में समय की बर्बादी। रायपुर रेल मंडल का पूरा जनसंपर्क विभाग ही वर्क फार्म होम से काम कर रहा है। कार्यालय में 33 प्रतिशत कर्मचारियों की उपस्थिति की अनिवार्यता के चलते घर बैठे सरकारी कामकाज पूरे किए।
कोरोना आपदा में रायपुर रेल मंडल से अनेक प्रांतों के लिए जरूरी सामग्री का परिवहन मालगाड़ी से किया जाता रहा। दूसरे लॉकडाउन से स्पेशल पार्सल ट्रेनें भी लगातार चलीं। राजधानी में ही मंदिर हसौद में एफसीआई का सबसे बड़ा अनाज भंडारण है। इसके अलावा कई साइडिंग पर मालगाड़ी का आना-जाना चलता रहा। ग्राउंड लेवल की सूचना और लोडिंग-अनलोडिंग के आंकड़े रेलवे विभाग अफसरों को घर बैठे आसानी से पहुंचाया। जनसंचार माध्यम से भी रेलवे का जनसंपर्क विभाग निरंतर जुड़ा रहा। रेलवे से जुड़े कार्यों की खबरें भेजता रहा। वह सिस्टम अब जैसे पूरी तरह से अमल में लाया जा चुका है। इस समय रायपुर जंक्शन से नई दिल्ली स्पेशल राजधानी पैसेंजर ट्रेन सहित 8 ट्रेनों के परिचालन से जुड़ी खबरों को संकलित कर ऑनलाइन मीडिया तक पहुंचाया।
आसान हुआ काम
रायपुर रेल मंडल के जनसंपर्क विभाग के सीनियर पब्लिसिटी इंस्पेक्टर शिव प्रसाद पंवार का कहना है कि विभाग में चार कर्मचारियों की यूनिट थी, जो वर्क फ्रार्म होम में रेलवे के हर कार्यों को पूरा किया। कोरोना आपदा के विषम परिस्थितियों में मैदानी स्तर पर तैनात अमले को भी जागरूक करने की सूचनाओं से लगातार जोड़े रखा।