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रायपुर दंपती अगवा मामला: CM भूपेश ने पीड़ित परिजनों से फोन पर की बात, जल्द रिहाई का दिया आश्वासन

locationरायपुरPublished: Dec 06, 2019 03:50:01 pm

Submitted by:

Ashish Gupta

रायपुर के विजय तिवारी और उनकी पत्नी अंजू तिवारी समेत 18 भारतीयों के समुद्री लुटेरों द्वारा अगवा मामले में मुख्यमंत्री भूपेश ने शुक्रवार को पीड़ित के परिवालों से बात की

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रायपुर. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के विजय तिवारी और उनकी पत्नी अंजू तिवारी समेत 18 भारतीयों के समुद्री लुटेरों द्वारा अगवा मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने शुक्रवार को पीड़ित के परिवालों से बात की और अगवा दंपती के जल्द रिहाई का आश्वासन दिया।
उन्होंने मीडिया से बातचीत में बताया कि भारत सरकार और वहां के दूतावास से हमारे अधिकारी लगातार संपर्क में हैं। सीएम भृूपेश ने बताया कि उन्होंने स्वयं पीड़ित परिजनों से बात की है। मैंने उन्हें विश्वास दिलाया है कि जो भी बेहतर हो सकता है, वो छत्तीसगढ़ सरकार करेगी। रायपुर के दंपती की रिहाई के लिए लगातार छत्तीसगढ़ सरकार भारत सरकार और विदेश मंत्रालय से लगातार संपर्क में हैं।
बतादें कि समुद्री लुटेरों ने 3 दिसम्बर की रात नाइजीरिया के बोन्नी ऑफशोर टर्मिनल के पास से एंग्लो ईस्टर्न शिप मैनेजमेंट कंपनी के जहाज में सवार 19 लोगों को अगवा कर लिया है। इनमें रायपुर के दंपती समेत 18 भारतीय हैं। भनपुरी निवासी विजय तिवारी उस जहाज के चीफ इंजीनियर हैं, उनकी पत्नी अंजू तिवारी भी उनके साथ ही हैं। इस घटना ने विजय और अंजू के परिजनों को हिलाकर रख दिया है।
विजय की मां अपने दूसरे बेटे-बहू के साथ भनपुरी में हैं। उनको अभी इस घटना की सूचना नहीं दी गई है। वे हाल ही में अस्पताल से डिस्चार्ज होकर घर पहुंची हैं, उन्हें हार्टअटैक आया था। वहीं विजय के दो बेटे हॉस्टल में रहते हैं, उन्हें भी खबर नहीं दी गई है। विजय की पत्नी अंजू का एक भाई रायपुर में और एक अमरीका में रहता है। सभी लगातार दिल्ली स्थित शिप मैनेजमेंट कंपनी दफ्तर से संपर्क कर रहे हैं।
वहीं मुंबई में मर्चेंट नेवी कॉलोनी का स्टाफ कंपनी के मुख्यालय में डटा हुआ है, ताकि दबाव बना रहे। जहाज फिलहाल बोन्नी ऑफशोर टर्मिनल पर ही है। परिजनों को जानकारी उपलब्ध करवाने के लिए कंपनी ने एक हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध कराया है। पत्रिका ने भी इस पर संपर्क किया। लेकिन सुरक्षा कारणों का हवाला देकर जानकारी साझा करने से इनकार कर दिया गया। कंपनी की ओर से कहा गया कि सभी सूचनाएं परिजनों को ही दी जा रही हैं।
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एक बार पहले भी पास से गुजरा था लुटेरों का जहाज
अंजू तिवारी के भाई एस.पी. उपाध्याय ने बताया कि 1 दिसम्बर को मेरी अंजू से बात हुई थी। तब उसने बताया था कि चार दिन पहले नाइजीरियन लुटेरों का जहाज हमारे जहाज के पास से गुजरा था। तब जहाज खाली था, शायद इसी वजह से वे चले गए।

परिजन की गुहार

मेरे बड़े भाई (विजय तिवारी) शुरुआत से मर्चेंट नेवी में हैं। प्राइवेट जॉब है इसलिए कंपनी बदलते रहते हैं। कुछ दिनों पहले ही उन्होंने एंग्लो ईस्टर्न शिप मैंनेजमेंट कंपनी जॉइन की। भैया-भाभी ढाई माह पहले चार महीने के कांट्रेक्ट पर जहाज से रवाना हुए थे। 3 दिसम्बर की रात मेरी पत्नी ने भाभी (अंजू) से बात की थी। पांच मिनट बात हुई और फिर फोन स्वीच ऑफ हो गया। इसके बाद कोई संपर्क नहीं हुआ। 4 दिसम्बर को शिप कंपनी के विनीत गुप्ता का फोन आया, उन्होंने भैया-भाभी समेत 18 भारतीय के बंधक बनाए जाने की सूचना दी। उन्होंने कहा कंपनी हांगकांग और साउथ अफ्रीका सरकार से बात कर रही है। जैसा विजय के भाई पवन तिवारी ने बताया
सरकार को आधिकारिक सूचना का इंतजार छत्तीसगढ़ के दो नागरिकों के विदेश से अपहरण हो जाने की जानकारी मिल जाने के बाद भी राज्य सरकार के अधिकारियों को घटना की आधिकारिक सूचना का इंतजार है। गृह विभाग के प्रमुख सचिव सुब्रत साहू ने कहा कि उनके पास अभी कंपनी अथवा केंद्र सरकार की ओर से कोई आधिकारिक सूचना नहीं है। सूचना मिलने के बाद हरसंभव मदद मुहैया कराई जाएगी।
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