आयकर अन्वेषण विभाग ने मंगलवार को ब्लैकमनी खपाने वाले चार फाइनेंसरों के ठिकानों पर दबिश दी। दोपहर बाद 45 सदस्यीय टीम ने उनके दफ्तरों में सर्वे का काम शुरू किया है
रायपुर. आयकर अन्वेषण विभाग ने मंगलवार को ब्लैकमनी खपाने वाले चार फाइनेंसरों के ठिकानों पर दबिश दी। दोपहर बाद 45 सदस्यीय टीम ने उनके दफ्तरों में सर्वे का काम शुरू किया है। प्राथमिक जांच में उनके ठिकानों से बड़ी संख्या में बोगस दस्तावेज और रजिस्टर मिला है। इसमें लाखों रुपए का हिसाब-किताब मिला है। इसमें हवाला से लेकर बेनामी लोगों को नाम पर 1000 और 500 रुपए के पुराने नोट खपाए गए है। बैंकिग सेक्टर की तरह वह ब्याज पर रकम का लेनदेन कर रहे थे। नोटबंदी के बाद कालेधन को सफेद करने के लिए लाखों रुपए का कर्ज बांटा गया है। इसके एवज में उनसे चलन योग्य नए नोट लिए जा रहे थे।
यहां हुई दबिश
आयकर विभाग ने फाइनेंसरों के रजबंधा मैदान, तेलीबांधा, रविग्राम रोड श्यामनगर और मैत्रीनगर स्थित दफ्तर में दबिश दी है। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि फाइनेंसरों के तार हवाला कारोबार से भी जुड़े हुए है। कहा जा रहा है कि ब्लैकमनी जमा करने वालों की रकम को खपाने के लिए वह निवेश कराते थे।
छानबीन के दौरान उनके दफ्तरों से लाखों रुपए के लेनदेन का हिसाब मिला है। इस रकम के स्रोत की जानकारी हासिल करने के लिए विभागीय अधिकारी छानबीन करने में जुटे हुए है।