हमें नाज है शहंशाह पर
शहर की पल्लवी मित्रा, यशी श्रीवास्तव, करन कटारिया, वाजिदा मिर्जा, मेघा राव, राजेश शर्मा, अखिल पराशर, राहुल तांडी, रवि ग्वालानी, प्रियांश राजपूत, सुमन सिंह, साकेत उजाला, नमिता लालचंदानी, मनीष सेन, हर्ष साहू और भारती शर्मा ने कहा कि हम बच्चन सर की हर फिल्म देखते आ रहे हैं। उनकी एक्टिंग का कोई सानी नहीं। उन्हें दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड मिलना हमारे लिए गर्व की बात है। हमें नाज है अपने शहंशाह पर।
डिजर्व करते हैं बच्चन सर
नीलू ने कहा कि बच्चन सर के जीवन में काफी उतार-चढ़ाव आए लेकिन उन्होंने हर परिस्थिति में खुद को संभाले रखा। मुझे उनके साथ बिताए पल याद हैं। वे जितने बड़े हैं उतने ही विनम्र। दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड के लिए वे डिजर्व करते हैं।सम्मान के पर्याय है बिगबी
डॉ चित्रा ने कहा कि केबीसी तक पहुंचना हर किसी के लिए आसान नहीं होता। मेरी खुशकिस्मती थी कि मैं वहां पहुंची और उनकी बदौलत मेरी अलग पहचान बनी। सही मायने में वे अपने आप में सम्मान के पर्याय हैं।