scriptमां ने बंद किया खाना, रह-रहकर हो रही बेसुध, नवजात का पता नहीं | Raipur:Mother stopped eating, intermittently getting delirious, do not know of new born | Patrika News

मां ने बंद किया खाना, रह-रहकर हो रही बेसुध, नवजात का पता नहीं

locationरायपुरPublished: Feb 07, 2016 12:35:00 am

शुक्रवार दोपहर अंबेडकर अस्पताल से नवजात का हो गया था अपहरण, सुरक्षा में लापरवाही पर लोगों ने अंबेडकर अस्पताल के समक्ष की नारेबाजी

Mother stopped eating

Mother stopped eating

रायपुर. जिला अस्पताल में शुक्रवार को दिन दहाड़े नवजात को अगवा करने वाली युवती का घटना के 36 घंटे बाद भी पुलिस क्लू नहीं जुटा पाई है। किसी ठोस नतीजे पर पहुंचने की बजाय पुलिस अंधेरे में तीर चला रही है। उधर, घटना से आहत नवजात के परिजन सदमें में डूबे हैं। मां अब खाना-पीना छोड़ चुकी है। वह रह-रहकर बेसुध हो रही। सुरक्षा के प्रति अस्पताल में बरती जा रही लापरवाही सामने आने पर स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। शनिवार को लोगों ने सुरक्षा बढ़ाने की मांग करते हुए अस्पताल गेट के समक्ष एकत्रित होकर नारेबाजी की और अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही बरतने के आरोप लगाए।
सूत्रों ने बताया कि नवजात को ढूंढने के लिए पुलिस रायपुर से लगे धमतरी, महासमुंद, दुर्ग और भिलाई में नजर रख रही है। हुलिए के आधार पर संदिग्ध युवती के बारे में पतासाजी की कोशिश की जा रही है। स्थानीय पुलिस से संपर्क कर उसे घटना का वीडियो फुटेज उपलब्ध कराया गया है, लेकिन अभी तक आरोपी की पहचान नहीं हो पाई है। करीब 36 घंटे की पड़ताल में कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। अपहृत बच्चे की सौदेबाजी की आशंका बढ़ गई है। पुलिस इस दिशा में भी जांच कर रही है। नवजात को बेचने कोशिश हो सकती है। कई बार दूसरे शहरों में इसी तरह की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। पुलिस को संदेह है कि इस घटना के पीछे किसी रैकेट का हाथ हो सकता है।
ऑपरेशन मुस्कान भी नहीं लौटा सका मुस्कान
लगभग दो साल पहले अंबेडकर अस्पताल में जन्मे एक विक्षिप्त महिला के नवजात को कुछ लोग दिनदहाड़े अगवा कर ले भागे। बच्चे का आज तक पता नहीं चला। लापता बच्चों की खोजबीन के लिए शुरू ऑपरेशन मुस्कान भी सफल नहीं हुई।
ढाई साल पहले बंजारी वाले बाबा के मजार के पास से सात साल की बच्ची नाजिया बेग का अपहरण कर लिया गया। लेकिन आज तक बच्ची का पता नहीं चल सका।
पहले भी बच्चे का अस्पताल से हो चुका है अपहरण
लगभग एक साल पहले खमतराई इलाके में रहने वाली एक महिला को संतानसुख की प्राप्ति न होने पर उसे अंबेडकर अस्पताल में तैनात एक निजी महिला सुरक्षाकर्मी ने बच्चा उपलब्ध कराने का झांसा दिया। सुरक्षाकर्मी ने अस्पताल में जन्मे एक बच्चे की सौदेबाजी कर ली और बच्चे का अहपरण कर जरूरतमंद महिला को सौंप दिया। हालांकि पुलिस ने मामले का पर्दाफाश कर बच्चे को बरामद कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।
अस्पताल में घुसा नशेड़ी, हंगामा
नवजात के अपहरण की वारदात के अगले दिन शनिवार को स्थानीय लोगों ने उस वक्त हंगामा कर दिया जब एक शराबी अस्पताल परिसर में घुस आया। घटना से टूट से गए बच्चे के परिजनों के साथ टिकरापारा निवासियों ने सुरक्षा के प्रति बरती जा रही लापरवाही पर आक्रोश जताया। पार्षद सतनाम सिंह पनाग की मौजूदगी में लोगों ने अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की।
शव मिलने से हड़कंप
शनिवार तेलीबांधा थानांतर्गत विजय नगर इलाके में एक भू्रण का शव मिलने से हड़कंप मच गया। शुक्रवार को अंबेडकर अस्पताल से बच्चा चोरी होने की घटना को ध्यान में रखते हुए पुलिस भी कुछ देर के लिए घबरा गई। बाद में तीन-चार महीने के भू्रण का शव बरामद होने की पुष्टि हुई। पुलिस नर्सिंग होम में पूछताछ कर रही है।
कोतवाली सीएसपी अंशुमान सिंह सिसोदिया ने कहा, राजधानी समेत आसपास के शहरों में पुलिस संदिग्ध की तलाश कर रही है। दूसरे जिलों की पुलिस को भी खबर की गई है। नवजात को अगवा करने की वजह पता करने की कोशिश की जा रही है।

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