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शहर चल रहे हैं पर्याप्त टैंकर फिर भी नहीं पहुंच रहा आपके घर तक पानी, जानें वजह

locationरायपुरPublished: Jun 13, 2019 08:44:00 pm

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CG Desk

* खारुन में आ रहा पर्याप्त पानी फिर भी पानी सप्लाई करने में निगम प्रशासन (nagar nigam raipur) नाकाम
* सुबह से शाम तक टैंकर नहीं भेज पा रहे, लोग पानी के इंतजार हो रहे बेहाल
* निगम के जोन चार और जलकार्य विभाग के अधिकारियों का बेतुका बयान

nagar nigam

शहर चल रहे हैं पर्याप्त टैंकर फिर भी नहीं पहुंच रहा आपके घर तक पानी, जानें वजह

रायपुर। राजधानी वासियों की प्यास बुझाने में निगम प्रशासन (municipal corporation) पूरी तरह फेल हो गया है। मंत्रियों और सरकारी दफ्तरों में एक, दो नहीं 15 से 20 टैंकर रोजाना भेज रहे है। लेकिन कभी-कभार किसी इलाके में लोगों के घरों में पानी नहीं आया, तो वहां तत्काल टैंकर भेजने में पूरी तरह से नाकाम हो रहे हैं। इसका ताजा उदाहरण श्यामनगर में गुरुद्वारे के पास करीब 50 घरों में सुबह पानी नहीं आने और टैंकर नहीं भेजने का कहा है। निगम आयुक्त से लेकर जलकार्य विभाग के कार्यपालन अभियंता, जोन कमिश्नर और जोन के सब इंजीनियर सब एक-दूसरे पर टालते रहे। आखिर में टैंकर भेजा ही नहीं ।

यह है पूरा मामला
क्षेत्र के लोगों ने बताया कि श्यामनगर में गुरुद्वारे के पास के घरों में गुरुवार की सुबह पानी ही नहीं आया। क्षेत्र के लोगों ने टैंकर भेजने के लिए निगम ( municipal corporation) के संबंधित अधिकारियों को फोन किया। निगम अधिकारी ने टैंकर भेजने वाले इंचार्ज का मोबाइल नंबर दिया। इंचार्ज ने कहा बस थोड़ी देर में टैंकर भेज रहे हैं। ऐसा कहते-कहते दोपहर के दो बजे गए। फिर इंचार्ज को फोन मिलाया, तो फोन उठाना तक मुनासिब नहीं समझा।

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फिर जलकार्य विभाग के कार्यपालन अभियंता बद्री चंद्राकर को फोन करने की कोशिश की गई, लेकिन उनका फोन अपरान्ह साढ़े चार बजे तक आउट ऑफ कवरेज एरिया में रहा। जब फोन चालू हुआ, तो बद्री चंद्राकर ने स्पष्ट कह दिया कि टैंकर खाली नहीं है। सरकारी दफ्तरों में सबसे ज्यादा टैंकर भेज रहे है। जैसे ही खाली होगा, भेज दिया जाएगा। शाम हो गई, पर टैंकर नहीं आया।
इसके पहले पानी नहीं आने की सूचना पूर्वान्ह 11 बजे जोन चार के जोन कमिश्नर को भी दे दी गई थी, उन्होंने भी पानी क्यों नहीं आया इसकी जानकारी लेता हूं कहकर पल्ला झाड़ लिया। जब दोपहर ढाई बजे फोन किया, तो फिर से पुराना राग अलापा। लेकिन टैंकर क्यों नहीं भेजा इस पर कुछ नहीं कह पाया। अपने सब इंजीनियर को बोलता कहकर फोन रख दिया। सब इंजीनियर फोन तो किया, लेकिन उन्होंने सेंट्रल गैंग का मामला कहकर उनसे बात करने को कह दिया।

शाम को नल में पानी आया तो ली राहत की सांस
उक्त इलाके के लोग सुबह 9 बजे से पांच बजे तक टैंकर का इंतजार करते रहे। बीच-बीच में अधिकारियों को फोन लगाने का प्रयास करते रहे। लेकिन टैंकर तो आया, इसी बीच निगम (municipal corporation) के अधिकारियों से लोगों की कहा सुनी भी हुई। आखिर में जिस नई टंकी को टेस्टिंग करने के बाद बंद कर दिया था, उसमें शाम को अचानक पानी आया, साथ पुरानी लाइन से भी पानी आया। तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली।

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कांग्रेसी पार्षद खुद भुगत भोगी, हटाने की मांग
कांग्रेसी पार्षद अजीत कुकरेजा ने बताया कि जलसकंट से वाकई में पूरा शहर जूझ रहा है। इसके लिए अगर दोषी हैं तो निगम के अधिकारी और जलकार्य विभाग (Water works department) में काम करने वाले इंजीनियर से लेकर कर्मचारी तक। उन्होंने बताया कि वे खुद सुबह 8 बजे एक जगह टैंकर भेजने के लिए जलकार्य विभाग के अधिकारियों को फोन किया, दिनभर तो टैंकर भेजे नहीं, बल्कि रात को आठ बजे टैंकर भेजा। जोन चार और जलकार्य विभाग (Water works department) के जो भी जनता को गुमराह कर रहे हैं, उन्हें तत्काल हटाकर वहां से हटा देना चाहिए।

टैंकर भी भारी मांग है। सबसे ज्यादा शासकीय कार्यालयों में टैंकर जा रहा है। पहले से जो प्वाइंट बनाए गए हैं, वहां टैंकर भेज रहे है। अब अचानक किसी वार्ड में पानी नहीं आया, तो टैंकर भेजने का काम जोन कमिश्नरों का है। क्योंकि टैंकर नहीं भेजा, वे जोन कमिश्नर ही बता सकते हैं। मेरे पास एक भी टैंकर खाली नहीं था, इसलिए नहीं भेज पाया।
बद्री चंद्राकर, कार्यपालन अभियंता, जलकार्य विभाग, नगर निगम

मुझे 11 बजे सूचना मिलते ही संबंधित सब इंजीनियर को पानी क्यों सप्लाई नहीं हुई इस बारे में पता करने को कहा था। दोपहर में फोन कर फिर से कहा था टैंकर भेजने के लिए, टैंकर पहुंचा तो फिर से इंजीनियर से पूछता हूं।
चंदन शर्मा, जोन चार, जोन कमिश्नर, नगर निगम

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