पत्रिका से चर्चा के दौरान भारती बंधु ने कहा कि सरकार की कार्यवाही से परेशान नहीं है, बल्कि तोड़-फोड़ के पहले व्यवस्थापन नहीं मिला इसका दुख है। उन्होंने बताया कि व्यवस्थापन होने तक तोड़-फोड़ रोकने के लिए मुख्यमंत्री से भी गुहार लगाई थी। भारती बंधु ने बताया कि सीएम ने आश्वासन भी दिया था कि पहले व्यवस्थापन होगा फिर तोड़-फोड़ की कार्यवाही होगी। लेकिन निगम अफसरों ने सीएम की बातों को नजरअंदाज कर मकान को तोड़ दिया।
अपने अलग अंदाज में कबीर भजन को लेकर देश-विदेश में प्रसिद्ध भारती बंधु को वर्ष 2013 में यूपीए शासनकाल में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने पद्मश्री से सम्मानित किया था। देश-विदेश में उनके शिष्य मौजूद हैं। इस मामले को लेकर विशेष वर्ग में आक्रोश है, अधिकारियों के मुताबिक मारवाड़ी मुक्तिधाम की पार्किंग के लिए भी यह घर तोड़ा जाना आवश्यक था। जानकारी के मुताबिक शहर के एक मंत्री के इशारे पर निगम ने यह कार्यवाही की है।
मुख्यमंत्री से की थी मुलाकात
भारती बंधु ने कहा कि इस कार्यवाही का अंदाजा उन्हें पहले था, जिसके बाद उन्होंने 14 सितंबर को मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह से मुलाकात करते हुए परेशानी जताई थी, वहीं मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया था कि उचित व्यवस्थापन के बाद ही घर तोड़ा जाएगा। समाज हित में पार्किंग या कोई भी निर्माण कार्य के लिए वे तैयार हो गए, लेकिन ना व्यवस्थापन मिला और ना ही रहने का ठिकाना।