हनी ट्रैप कांड का छत्तीसगढ़ कनेक्शन, कई IAS, IPS, IFS के नाम सामने आने की जानकारी
इसमें कंप्यूटर ऑपरेटर, चपरासी, उद्यानिकी, सफाई, फिल्टर प्लांट, मोटर वर्कशॉप और जोनों में तैनात प्लेसमेंट कर्मचारी शामिल हैं। आयुक्त द्वारा गठित समिति ने सभी विभागों से प्लेसमेंट पर तैनात कर्मचारियों की जानकारी मांगी है, जिसमें यह पूछा गया है कि कहां कितने कर्मचारी तैनात हैं और क्या कार्य करते हैं। उनके कार्य संतोषजनक है कि नहीं।छत्तीसगढ़ में सेब से भी महंगा हुआ प्याज, कीमत पहुंचा 60 के पार, जमाखोरी की आशंका
वर्तमान में नगर निगम में करीब आधा दर्जन ठेकेदार है, जिसका कर्मचारी सप्लाई का ठेका है। नगर निगम प्रशासन प्लेसमेंट कर्मियों से काम तो लेता है, वेतन का भुगतान ठेकेदारों को करता है। फिर ठेकेदार द्वारा प्लेसमेंट कर्मचारियों को कलेक्टर दर पर सैलरी दी जाती है।Alert! मौसम का फिर बदला मिजाज, अगले 24 घंटे इन इलाकों में होगी भारी बारिश
सबसे ज्यादा गड़बड़ी सफाई कर्मियों के साथ की जाती है। किसी कर्मचारी को 6 हजार तो किसी को 8 हजार वेतन दिया जाता है। नगर निगम द्वारा समिति गठित कर्मचारियों की रिपोर्ट तैयार करने से हड़कंप मचा हुआ है। उन कर्मचारियों में ज्यादा दहशत फैली हुई है, जो काम को लेकर टालमटोल करते रहते हैं। ऐसे कर्मचारियों को निगम बाहर का रास्ता दिखाएगा। वर्तमान में नगर निगम में स्वास्थ्य विभाग सहित करीब 5000 कर्मचारी प्लेसमेंट पर काम कर रहे हैं।छत्तीसगढ़ के इस विभाग के कर्मचारियों को दीपावली पर मिलेगा एक माह का अतिरिक्त वेतन
नगर निगम आयुक्त शिव अनंत तायल ने कहा, नगर निगम में प्लेसमेंट का ठेका किसी एक एजेंसी को देने के लिए सभी विभागों के कर्मचारियों की नए सिरे से सूची बनवाई जा रही है। साथ ही जिन कर्मचारियों की लगातार शिकायतें मिलती है उसे बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।