उन्होंने बताया कि इस टीके को प्रदेश में हर साल करीब छह लाख 33 हजार बच्चों तक पहुंचाने का लक्ष्य है। वर्ष 2017 में भारत में यह टीका चरणबद्ध तरीके से पांच राज्यों में शुरू किया गया था। नियमित टीकाककरण कार्यक्रम में शामिल कर अब पूरे देश में इसका विस्तार किया जा रहा है।