सराफा कारोबारी जसराज सोनी को 1 फरवरी की रात को चंगोराभाठा चौक में दो लुटेरों ने गोली मारकर वारदात को अंजाम दिया था। आरोपियों ने घटना के दौरान बीच बचाव करने आए सराफा कारोबारी के बेटे मोहित को भी पिस्टल की बट मारकर घायल किया था। वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी दुर्ग फरार हो गए थे।
घटना के बाद पुलिस ने तकनीकी का इस्तेमाल करने के साथ-साथ मुखबिरों की भी मदद ली, लेकिन आरोपियों के बारे में कुछ क्लू नहीं मिला। दुर्ग पुलिस से मिले इनपुट के आधार पर डीडीनगर पुलिस ने जब फिर जांच शुरु की तो आरोपी के मददगार तक पहुंची और फिर आरोपियों के बारे में पता लगा लिया। आरोपियों को प्रयागराज में सोमवार की शाम दबिश देकर पुलिसकर्मियों ने पकड़ा है।
इस तरह आरोपियों तक पहुंचे अफसर
केस की जांच कर रहे अफसरों के अनुसार आरोपियों ने रायपुर में वारदात को अंजाम देने के बाद दुर्ग में अपने दोस्त के यहां शरण ली। शरण लेने के कुछ दिन बाद वे प्रयागराज चले गए। आरोपियों ने जिसके यहां शरण ली थी, उस शख्स ने एक हफ्ते पहले दुर्ग में मिर्ची कारोबारी से हवाई फायर कर 8 लाख की लूट की थी।
दुर्ग पुलिस ने मुखबिर के आधार पर पकड़ा और रायपुर पुलिस के अधिकारी पैटर्न मिलने पर जब उससे पूछताछ करने गए, तो सराफा कारोबारी से लूट करने वाले आरोपियों के बारे में बता दिया। रायपुर पुलिस ने आरोपी से मिले इनपुट के आधार पर प्रयागराज पुलिस की मदद मांगी और आरोपियों को सोमवार की शाम अरेस्ट कर लिया।
रायपुर पुलिस के अधिकारियों ने आरोपियों को पकड़ लिया है, लेकिन लूट का सामान नहीं मिलने से विवेचना अधिकारी बेहद परेशान है। आरोपियों के पास पुलिस को कुछ सामान मिला है, शेष सामान आरोपियों ने कहां रखा है? इसके बारे में पता लगाने के लिए आरोपियों को रायपुर लाने के बाद दोबारा पूछताछ करेगी।
एएसपी प्रफुल्ल ठाकुर ने कहा, उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले से दो लोगों को अरेस्ट किया है। उन्हें सड़क के रास्ते रायपुर लेकर आ रहे है। आरोपियों से पूछताछ करने के बाद मामलें मं विस्तृत जानकारी दे पाऊंगा।