बता दें कि राज्य में विधायकों की संख्या को देखते हुए तय माना जा रहा है कि राज्यसभा की दोनों सीटें कांग्रेस में खाते में जाएंगी. ऐसी चर्चाएं हैं कि कांग्रेस एक सीट पर किसी स्थानीय नेता को और दूसरी सीट पर किसी राष्ट्रीय नेता को राज्यसभा भेज सकती है. इस पर बीजेपी ने निशाना साधा है और स्थानीय नेता को राज्यसभा भेजने की मांग की है. नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा है कि कांग्रेस ने पिछले दिनों यूनिवर्सिटी में कुलपति की नियुक्ति पर स्थानीय का मुद्दा चलाया था. अब राज्यसभा में भी बोरे-बासी खाने वाले छत्तीसगढ़ के व्यक्ति को ही राज्यसभा भेजा जाना चाहिए.
ये हो सकते है उम्मीदवार
छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चरणदास महंत खुले तौर पर राज्यसभा जाने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं. वहीं राष्ट्रीय स्तर पर प्रियंका गांधी, कपिल सिब्बल और पी. चिदंबरम के नामों की चर्चा है. बता दें कि पी. चिदंबरम और कपिल सिब्बल का कार्यकाल खत्म हो रहा है.
सीटों की गणना
बता दें कि राज्यसभा चुनाव में जितनी सीटों पर चुनाव हो रहे हैं, उसमें एक जोड़कर कुल विधायकों की संख्या से भाग देने पर जो संख्या आती है, उसमें एक जोड़कर जो संख्या मिलेगी, उतने विधायकों की जरूरत एक सीट जीतने के लिए चाहिए होगी. आसान भाषा में समझे तो उदाहरण के तौर पर अगर छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh Politics) में 2 सीटों पर चुनाव है तो ऐसे में इसमें एक जोड़ने पर यह संख्या 3 हो जाती है। छत्तीसगढ़ की कुल सीटों की संख्या 90 है, जिसे 3 से भाग देने पर इससे जो संख्या मिलती है 30। जिस 30 में एक जोड़ने पर जो 31 की संख्या मिलती है। इस हिसाब से छत्तीसगढ़ में 1 सीट को जीतने के लिए काम से काम 31 वोटों की जरूरत है।