कई दिनों से सुस्त पड़े बाजार में अब हलचल शुरू हो गई है। व्यापारियों की माने तो व्यापार में तेजा आई है, लेकिन रफ्तार नहीं। चायनीज सामानों के बहिष्कार का असर भी बाजार में दिखाई दे रहा है। रक्षाबंधन पर्व गुरुवार को होने से सोमवार से बाजारों में रौनक बढ़ गई है।
विशेषकर राखियों, नारियल, मिठाइयों, कपड़ों की दुकानों पर ग्राहकों की भीड़ रही। पर्व को लेकर शहर के स्टेशन चौक, बनियापारा, नेवराबस्ती रोड सहित अन्य बाजारों में दुकानें सज चुकी है। व्यापारियों के मुताबिक इस बार व्यापार पर जीएसटी की मार भी लगी है। हर साल शहर में जितनी दुकानें लगती हैं, इस बार कम लगी। वहीं रविवार और सोमवार को छुट्टी के चलते राखियों व साडिय़ों की दुकानों पर कई महिलाएं खरीददारी करती दिखाई दी। वहीं बाजार में २ से लेकर 100 रुपए तक की राखी है। सबसे महंगी राखी डायमंड वाली रहती है। इसे लोग पसंद करते हैं। बाजार में कार्टून से लेकर योगी व मोदी वाली भी राखियां हैं।
दुकानों पर पहुंचने वाले लोग चीन में बनी राखी का बहिष्कार कर रहे हैं। स्वदेशी राखियों की ही मांग कर रहे हैं। वहीं मिठाई विक्रेताओं के अनुसार इस बार मावे की मिठाई के मुकाबले बेसन से बनी व बंगाली मिठाइयों की डीमांड ज्यादा है। दुकानों पर पहुंचने वाले ग्राहक ड्राई फ्रुट एवं चॉकलेट की भी मांग कर रहे हैं।