पाकिस्तान से वीजा मिलने में लग गए 20 साल, अब बहनों ने बांधी राखीसात भाई मुंबई से आए, बंधवाई राखी[typography_font:14pt;” >सिटी की मनीषा चेतन तारवानी खुद को खुशकिस्मत मानती हैं और माने भी क्यों नहीं। उनके सात भाई हैं और सभी मुंबई में रहते हैं। राखी के मौके पर सभी साथ थे। मनीषा ने बड़ी सी थाल लेकर सभी की एक साथ आरती उतारी। यह नजारा देखने लायक था। एक-एक कर टीका लगाया और राखियां बांधीं। मनोहरलाल वाधवा, रामचंद्र साईं, नारायण दास, महेश कुमार, अमर कुमार, राजेश कुमार, प्रदीप कुमार ने बताया कि हमें भी बहुत खुशी हुई कि हमारी एक बहन है और राखी के दिन हम साथ रहे।