पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने कहा, मैं छत्तीसगढ़ का 15 साल तक मुख्यमंत्री रहा हूं। छत्तीसगढ़ का प्रदेश अध्यक्ष भी रहा हूं। छत्तीसगढ़ में जितने भ्रष्टाचार, अन्याय, अत्याचार और शोषण का मुद्दा आएगा मैं बोलूंगा। पुरे देश में इस राज्य की जैसे अंधेरगर्दी नहीं चल रही है। रेत के माफिया राज हो गया है। उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों ने कब्जा कर लिया। आज चार गुना अधिक कीमत में रेत बिक रही है। इस बात की चर्चा गली-गली में हो रही है।
धान खरीद नहीं सके अब गोबर खरीद रहे हैं
गोबर खरीदी को लेकर रमन ने कहा, सरकार धान तो खरीद नहीं सकी और अब गोबर खरीदने की बात कह रही है। किसानों का पहले एक-एक दाना धान खरीदी कर लें, दो साल का बकाया बोनस दे फिर बात करें। सिर्फ बहानेबाजी नहीं होनी चाहिए।
चेक पोस्ट पर कहा, सरकार की मंशा बच्चा-बच्चा समझ रहा
चेक पोस्ट को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा, चेक पोस्ट को लेकर कई तरह के आरोप लगाते रहे हैं। इसे लूट खसोट का तंत्र कहा जाता था। इससे परिवहन की रफ्तार भी कम होती थी। लंबी लाइन भी लगती थी। इसे अंतिम रूप से समाप्त कर दिया था। अब कांग्रेस सारे काम को उलट रही है। इन्होंने चेक पोस्ट का विरोध करते थे। आज उसे खोलने खुलकर आगे आ रहे हैं। इसके पीछे की मंशा पूरी दुनिया जानती है। इसे बताने की जरूरत नहीं है। बच्चा-बच्चा जनता था। दूसरा संसदीय सचिव के मामले में भी कांग्रेस ने प्रदर्शन किया। अब उसेे नियुक्ति कर रही है। हाईकोर्ट में यह मामला अभी भी विचाराधीन है।
आर्थिक स्थिति को लेकर श्वेत पत्र जारी करे सरकार
राज्य का खजाना खाली होने के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने कहा कि राज्य की आर्थिक स्थिति को लेकर सरकार को श्वेत पत्र जारी करना चाहिए। एक तरफ सरकार कहती है कि जीएसटी की आय बढ़ी है। आर्थिक मोर्चे पर देश के दूसरे राज्यों की तुलना में छत्तीसगढ़ की स्थिति बेहतर है, लेकिन जब भर्ती, मजदूरों को पैसा देने और वेतनवृद्धि की पारी आती है, तब इन्हें राज्य की गरीबी दिखती है। उन्होंने कहा कि निगम, मंडल, आयोगों के साथ संसदीय सचिवों की नियुक्ति को आखिर क्यों नहीं टाला जा सकता? इन नियुक्तियों के बाद सरकार पर सैकड़ों करोड़ रुपये क्या खर्च नहीं होंगे?