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रमन बोले- तनाव में हैं किसान इसीलिए दे रहे जान

locationरायपुरPublished: Dec 09, 2020 11:17:45 pm

Submitted by:

Karunakant Chaubey

किसान का 10-12 एकड़ का खेत होता है। मगर, जब उसे पता चले कि उसके पास 0.2 एकड़ खेत भी नहीं है, पूरा काट दिया गया। उसके ऊपर हजारों रुपए का कर्ज होता है, वह धान बेचकर उसे पटाना चाहता है। मगर, जब कह दिया जाए कि वह 200 क्विंटल धान नहीं 1 क्विंटल ही धान बेच सकता है तो किसान कहां जाएगा?

रायपुर. राजनांदगांव के घुमका धान खरीदी केंद्र में मंगलवार को किसान की मौत के मामले में विपक्ष ने सीधे सरकार पर हमला बोला है। पूर्व मख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने कहा कि प्रदेश के किसान तनाव में हैं। वे सदमा बर्दाश्त नहीं कर पा रहे है और उनकी मौत हो जा रही है या फिर वे आत्महत्या करने मजबूर हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोंडागांव से लेकर राजनांदगांव की घटनाएं इसके उदाहरण हैं। धान खरीदी उत्साह का समय होता है, मगर सरकार की नीतियों की वजह से किसानों में कोई उत्साह नहीं दिख रहा।

किसान का 10-12 एकड़ का खेत होता है। मगर, जब उसे पता चले कि उसके पास 0.2 एकड़ खेत भी नहीं है, पूरा काट दिया गया। उसके ऊपर हजारों रुपए का कर्ज होता है, वह धान बेचकर उसे पटाना चाहता है। मगर, जब कह दिया जाए कि वह 200 क्विंटल धान नहीं 1 क्विंटल ही धान बेच सकता है तो किसान कहां जाएगा? वह सदमें में आ जाता है। डॉ. रमन ने कहा कि सरकार ने पहले रजिस्ट्रेशन में गड़बड़ी की। रकबे काटे गए। सरकार धान खरीदी पर असफल रही है।

जिम्मेदारों पर मुकदमा दर्ज हो: साय

भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय ने कहा कि भ्रष्ट तंत्र ने राजनांदगांव के किसान को मौत के घाट ही उतार दिया। खरीदी केंद्रों में पुख्ता इंतज़ाम का शोर मचाने वाली सरकार बताए कि क्या धान तौलने के लिए घूस मांगने के पुख्ता इंतजाम भी किए गए हैं? सरकार इस प्रकरण में जिम्मेदारों के खिलाफ तत्काल मुकदमा दर्ज कर कड़ी सजा दिलाने के लिए पुख्ता इंतजाम करे।

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