दरअसल, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विपक्ष में रहते हुए अप्रैल 2018 में एक ट्वीट में लिखा था कि छत्तीसगढ़ में पिछले 15 सालों से विकास की चिडिय़ा गायब है। अगर आप में से किसी को भी इसके बारे में कोई जानकारी हो तो नीचे दिए गए पते पर अवश्य सूचित करें। मेरे एक अभिन्न मित्र को इसकी सख्त आवश्यकता है।
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. सिंह ने एक अन्य ट्वीट में लिखा है, न रोजगार, न बोनस और न कोई आस है। इस सरकार के चश्मे में विनाश ही विकास है। सरकार के झूठे वादों के बाद अब उनके इरादों को छत्तीसगढ़वासी बखूबी पहचान गए हैं।
कांग्रेस बोली, रमन ने अपने कुशासन के कारण हुई दुर्गति को स्वीकारा
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि सत्ता हाथ से जाने के डेढ़ साल बाद रमन सिंह की आंख से अब जा कर विकास का वो झूठा चश्मा उतरा है जो उन्होंने मुख्यमंत्री रहते हुए पहन रखा था। अब उन्हें राज्य की जमीनी हकीकत दिखने लगी है। उनके कुशासन के कारण हुई छत्तीसगढ़ की दुर्गति को रमन सिंह ने ट्वीट में स्वीकार किया है। राज्य में बेरोजगारी, गरीबी, स्कूल-कालेजों का अभाव, सड़कों का अभाव, अस्पतालों का अभाव, किसानों को बोनस समर्थन मूल्य जैसे जनसरोकारों के विषय अब उन्हें दिखाई देने लग गए है।