बैठक में रामकी को पार्षदों की बिना सहमति के ३८ वार्डों के अलावा अन्य वार्डों के डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन कार्य का जिम्मा सौंपने पर हंगामा कर सकते हैं। एमआईसी सदस्य श्रीकुमार मेनन और कांग्रेसी पार्षदों का कहना है कि समीक्षा बैठक के पहले ही निगम प्रशासन रामकी को सभी ७० वार्डों का काम सौंपना निगम अधिकारियों की मनमानी उजागर करता है।
फिर समीक्षा बैठक में पार्षदों को बुलाने का मतलब ही क्या है। निगम अधिकारियों ने पहले ही कहा था कि वर्तमान में जिन वार्डों में डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन रामकी द्वारा किया जा रहा है, उनकी समीक्षा के बाद ही बाकी वार्डों का काम रामकी को सौंपा जाएगा। जबकि निगम अधिकारियों ने रामकी को बचाने के लिए ही आनन-फानन में पार्षदों की सहमति लिए बगैर ही बाकी वार्डों का काम भी सौंप दिया है। इस बैठक में कांग्रेस और भाजपा पार्षद भी शामिल होंगे।
श्रीकुमार मेनन ने आरोप लगाया कि रामकी कंपनी मंत्री के परिचित की है, इसलिए रामकी को बचाने का खेल निगम अधिकारियों द्वारा खेला जा रहा है। उन्होंने बताया कि समीक्षा बैठक में निगम के जिम्मेदार अधिकरियों से इस संबंध में जवाब तलब किया जाएगा और संतोष जनक जवाब नहीं मिलने पर बैठक का बहिष्कार भी किया जाएगा।