जन्म से दिव्यांग 25 वर्षीय पीडि़ता देवेंद्र नगर के फोकटपारा इलाके में अपने भैया-भाभी की साथ रहती थी। पीडि़ता के परिजन मजदूरी के लिए जाते थे, तो उसे घर में अकेला छोड़कर जाते थे। वर्ष 2018 में पीडि़ता जब अपने घर में अकेले रहती थी, इस दौरान पड़ोस में रहने वाले कार्तिक ध्रुव की उस पर नियत बिगड़ी। आरोपी उसके घर में घुस गया और धमकी देता हुआ दुष्कर्म किया।
2018 के बाद आरोपी ने कई बार उसके साथ दुष्कर्म किया। 2019 में पीडि़ता का गर्भ ठहर गया और पेट बाहर आने लगा, तो परिजनों ने उससे पूछताछ की। परिजनों को आपबीती पीडि़ता ने बताई, तो देवेंद्र नगर थाना पहुंचकर परिजनों ने शिकायत की। शिकायत पर आरोपी को पुलिस ने अरेस्ट किया तो आरोपी ने शादी करने का वादा किया और आर्य समाज मंदिर में उससे शादी कर ली। शादी के कुछ दिन बाद आरोपी पीडि़ता से मारपीट करने लगा और उसके बच्चे को मारने का प्रयास किया। आरोपी के कारनामों से परेशान होकर पीडि़ता महिला थाना पहुंची तो वहां मौजूद स्टाफ से उसे डीलिवरी के बाद थाना आने के लिए कहा। पति और पुलिसकर्मियों की कार्यप्रणाली से परेशान होकर पीडि़ता मंगलवार की सुबह एसएसपी कार्यालय पहुंचे। दोपहर 1 बजे तक एसएसपी से मुलाकात नहीं होने पर कार्यालय में बैठी आईयूएसीडब्ल्यू की एडिशनल एसपी अमृता सोरी को शिकायत की। आईयूएसीडब्ल्यू एडिशनल एसपी ने देवेंद्र नगर थाना को मामलें में निश्पक्ष जांच करने का निर्देश दिया है।
डॉक्टर-नर्स पर लगाया आरोप
पीडि़ता ने पुलिस के साथ मेकाहारा प्रबंधन पर भी उससे बदसलूकी करने का आरोप लगाया है। पीडि़ता ने लिखित शिकायत में बताया कि वो जब भी इलाज करवाने के लिए मेकाहारा जाती है, तो वहां के डॉक्टर उसकी जांच करने से मना कर देते है। डॉक्टर-नर्स पुलिस केस होने का हवाला देते हुए उससे गंदी बात करते है।
मूकबाधिर युवती ने देवेंद्र नगर निवासी कार्तिक ध्रुव के खिलाफ शिकायत की है। देवेंद्र नगर पुलिस को मामलें में जांच करने का निर्देश दिया है। पीडि़ता को इंसाफ दिलाया जाएगा और उससे र्दुव्यवहार करने वालों से पूछताछ की जाएगी।
अमृता सोरी, एडिशनल एसपी
आईयूएसीडब्ल्यू