पचपेढ़ी नाका, टिकरापारा, संजय नगर में ही हजारों लोग इस संक्रमण की चपेट में आ चुके है और निजी डॉक्टरों के यहां इलाज करवा रहे हैं। कुछ लोग आयुर्वेदिक इलाज भी कर रहे हैं। आलम यह है कि लोग खुजली के मरीजों को देखकर दूर भागते हैं। एक व्यक्ति को होने पर उसका पूरा परिवार चपेट में आ रहा है। कई मरीज तो 4 से 5 माह से इलाज करवा रहे हैं लेकिन दवाइयां भी उन पर असर नहीं कर रही है। महंगी दवाइयां और निजी क्लीनिकों की मोटी फीस और महंगी दवाइयां लेने के बाद लोग अब इस रोग से खीज गए हैं।
यह रोग लगातार फैल रहा लेकिन स्वास्थ्य विभाग को इसकी अभी तक खबर ही नहीं है। अभी कोरोना के चलते पीडि़त मरीज अस्पताल तक तो आते हैं लेकिन चर्मरोग विशेषज्ञ न होने से निराश लौट जाते हैं। फंगल इंफेक्शन की चपेट में शहर के एक या दो क्षेत्र नहीं है। पूरे शहरभर में यह बीमारी फैल रही है। आलम यह है कि यह रोग पीठ, पैर, चेहरे, गर्दन, पेट, थाई पर होने वाली खुजली से रात को मरीज सो नहीं पा रहे हैं।
निजी अस्पताल के चर्म रोग विशेषज्ञ भी मान रहे हैं कि शहर में फंगल इंफेक्शन के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। डॉक्टरों के पास खुजली के मरीज लगातार पहुंच रहे हैं।
खानपान व घरों के आगे गंदगी से फैल रहा रोग
चर्मरोग विशेषज्ञों ने कहा कि दाद, खाज, खुजली का रोग शहर में तेजी से बढ़ रहा है। क्लीनिक पर ही हर दिन कई मरीज आ रहे हैं। साफ, सफाई नहीं रखने व पसीना, दूषित पानी, घरों के आगे गंदगी जमा होने के कारण भी यह रोग हो रहा है। खुजली के मरीजों का तौलिया, कपड़े इस्तेमाल ना करें। इससे संक्रमण फैलता है।
…तो यह उपाय अपनाएं
1 नीम की पत्तियों को उबालकर, उस पानी से स्नान करने से शरीर और त्वचा में मौजूद कीटाणु समाप्त हो जाते हैं, और खुजली होने की परेशानी से निजात मिलती है।