चावल घोटाले की जांच ठंडी
पूर्व जिला पंचायत परमानंद जांगडे के द्वारा किए गए राशन दुकानों में चावल घोटाले की जांच अटक गई है। प्रमाणित दस्तावेजों के साथ एसीबी को 100 राशन दुकानों में 11 करोड़ रुपए के चावल घोटाले की शिकायत की गई थी। प्रदेश में 12353 राशन दुकान संचालित है, जहां लगभग 7000 दुकानों में शेष बचत स्टॉक है। जो मौके में नहीं है, पिछले महीने के बचत राशन स्टॉक को घटाकर नया आवंटन जारी किया जाएगा। अब 2 महीने का आवंटन देने की घोषणा शासन ने की है। फिर राशन दुकानों में स्टॉक और बढ़ जाएगा। पुराने स्टॉक के समायोजन करने की योजना ठंडे बस्ते में चली गई है।
55 लाख सामान्य प्राथमिकता कार्ड
संवाद में 17 लाख अंत्योदय और 15 लाख सामान्य राशन कार्ड और 55 लाख सामान्य प्राथमिकता कार्ड 3.90 रुपए छपवाए थे। इन कार्डों को प्रदेश के सभी जिलों में वितरित किया गया था। ऐसे में बिना शासनादेश के जिला स्तर पर भी कार्डों की छपाई हुई। छपाई के 2 महीने बाद ही सामान्य राशन कार्डों को अमान्य कर दिया गया।