script

भाजपा शासनकाल में राशन कार्डों की प्रिंटिंग में हुआ घोटाला सामने आया, जांच शुरू

locationरायपुरPublished: Oct 21, 2019 03:33:37 pm

Submitted by:

Ashish Gupta

भाजपा शासनकाल में राशन कार्डों की प्रिंटिंग में हुआ घोटाला सामने आया है। इस घोटाले में शासन को 1 करोड़ रुपए से ज्यादा की चपत लगाई गई है।

Ration card holder taking food grains by giving wrong information

बड़ा खुलासा: 11 लाख से अधिक राशनकार्डधारियों ने सरकार को लगाया चूना, गलत जानकारी देकर ले रहे खाद्यान्न

रायपुर. भाजपा शासनकाल में राशन कार्डों की प्रिंटिंग में हुआ घोटाला सामने आया है। इस घोटाले में शासन को 1 करोड़ रुपए से ज्यादा की चपत लगाई गई है। अहम बात यह है कि खुद को खाद्य मंत्री पुन्नूलाल मोहले के जिले में सबसे ज्यादा राशन कार्ड जिला स्तर पर छपवाए गए और सबसे ज्यादा भुगतान किया गया।
पत्रिका को मिले दस्तावेज बताते हैं कि 2014 में भाजपा सरकार में संवाद से तकरीबन 57 लाख राशन कार्डों की प्रिंटिंग कराई गई थी। इसके अलावा जिला स्तर पर भी इतने ही राशन कार्डों की प्रिंटिंग की गई। संवाद में यही राशन कार्ड 3.90 रुपए में छपाए गए थे। दूसरी ओर आठ जिलों में 4 से 7 रुपए अधिक देकर भुगतान किया गया।

चावल घोटाले की जांच ठंडी
पूर्व जिला पंचायत परमानंद जांगडे के द्वारा किए गए राशन दुकानों में चावल घोटाले की जांच अटक गई है। प्रमाणित दस्तावेजों के साथ एसीबी को 100 राशन दुकानों में 11 करोड़ रुपए के चावल घोटाले की शिकायत की गई थी। प्रदेश में 12353 राशन दुकान संचालित है, जहां लगभग 7000 दुकानों में शेष बचत स्टॉक है। जो मौके में नहीं है, पिछले महीने के बचत राशन स्टॉक को घटाकर नया आवंटन जारी किया जाएगा। अब 2 महीने का आवंटन देने की घोषणा शासन ने की है। फिर राशन दुकानों में स्टॉक और बढ़ जाएगा। पुराने स्टॉक के समायोजन करने की योजना ठंडे बस्ते में चली गई है।

55 लाख सामान्य प्राथमिकता कार्ड
संवाद में 17 लाख अंत्योदय और 15 लाख सामान्य राशन कार्ड और 55 लाख सामान्य प्राथमिकता कार्ड 3.90 रुपए छपवाए थे। इन कार्डों को प्रदेश के सभी जिलों में वितरित किया गया था। ऐसे में बिना शासनादेश के जिला स्तर पर भी कार्डों की छपाई हुई। छपाई के 2 महीने बाद ही सामान्य राशन कार्डों को अमान्य कर दिया गया।

खाद्य विभाग के आयुक्त कमलप्रीत सिंह ने कहा कि मामले की जांच के लिए सभी जिले के कलेक्टरों को पत्र लिखा गया है। राशन कार्ड की संख्या और भुगतान राशि की जानकारी भेजी गई है। रिपोर्ट मिलते ही नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

ट्रेंडिंग वीडियो