यह भी पढ़ें: COVID-19 संक्रमण कम होते ही हवाई यात्री बढ़े, दो सप्ताह में फ्लाइट्स की संख्या भी बढ़ी
फूड इंस्पेक्टर का सत्यापन का काम खत्म
नई तकनीकी के बाद अब खाद्य निरीक्षकों के द्वारा हर माह के अंत में दुकानों का किया जाने वाला सत्यापन पूर्णत: बंद हो जाएगा। नए सिस्टम से खुद ब खुद दुकानों में वितरण और बचत की संपूर्ण जानकारी मुख्यालय तक पहुंच जाएगी।
बिना राशनकार्ड के भी मिलेगा राशन
पहली बार अब आधार कार्ड, अंगूठा निशान और आंखों की पुतली से राशन प्राप्त करने का विकल्प रहेगा। राशनकार्ड और प्राप्त होने वाले खाद्यान्न को पीओएस मशीन और इलेक्ट्रॉनिक तौल मशीन को ब्लू टूथ के साथ जोड़ा गया है। यदि तराजू में यदि 10 ग्राम चावल भी कम चढ़ाया जाएगा तो वितरण पूरा नहीं हो पाएगा। नये पीओएस मशीन में देश के किसी भी राशनकार्ड धारक को खाद्यान दिया जा सकेगा है।
यह भी पढ़ें: वैक्सीन का चमत्कार! महिला की ठीक हो गई 29 साल पुरानी ये बीमारी, परिवार में खुशी की लहर
रायपुर खाद्य नियंत्रक प्रभारी संजय दुबे ने कहा, इस सिस्टम से गड़बड़ी की पूरी गुंजाइश समाप्त हो जाएगी। रही बात पूरा वितरण नहीं होने की तो इसके लिए शासन स्तर पर दुकानें बढ़ाने पर पहले से ही विचार चल रहा है।