इन चेप्टर्स में रीजनिंग के सवाल
स्टूडेंट को रीजनिंग की तैयारी के लिए कई चैप्टर पढऩे होते हैं। इनमें सिमिलैरिटी एनेलॉजी, क्लासिफिकेशन, कोडिंग डिकोडिंग, सीरीज टेस्ट, क्लॉक, कैलेंडर व क्यूब, मैट्रिक्स, स्कोरिंग नंबर मैट्रिक्स, अल्फाबेट मैट्रिक्स, वल्र्ड फ्रेमिंग, वल्र्ड अरेंजमेंट, रैकिंग सिटिंग अरेजमेंट, मैथेमैटिकल रीजनिंग, नंबर पजल, साइकॉलजिकल रीजनिंग, एनेलैटिकल रीजनिंग। मैथमैटिकल पैटर्न करें फॉलो अल्फाबेट नंबर व लेटर्स की एक सीरीज होती है नंबर सीरीज ।
इन सीरीज का पैटर्न
ज्यादातर इंक्रीमेंट और डिक्रीमेंट पर आधारित होता है। इसके लिए मैथमैटिकल पैटर्न को अपनाएं। इसे बेहतर तरह से हल करने के लिए पहले सीरीज के पैटर्न को समझ लें। इसके बाद ही सवाल को सही तरीके से हल करें। इससे गलती कम होती है। रिलेशन बेस्ड क्वेश्चन सिमिलैरिटी एनोलॉजी में रिलेशन बेस्ड सवाल पूछे जाते हैं। इसमें एलिमेंट फैक्टर और नंबर व लेटर पर आधारित एक केस होता है। इसे हल करने के लिए तार्किक नियमों को ध्यान में रखें।
कोडिंग-डिकोडिंग को ऐसे करें सॉल्व
कोडिंग-डी कोडिंग में अल्फाबेट के योग से बना हुआ एक कोड होता है। जो कुछ नियमों पर आधारित होते हैं। उसी आधार पर सवाल पूछा जाता है। इसे आसानी से हल करने के लिए अल्फाबेट के बीच अंतर को समझें। इससे सवाल को आसानी से डिकोड किया जा सकेगा। इसे अच्छे से समझने के लिए बाजार में उपलब्ध किताबों को पढ़ें।
काम की हैं ये वेबसाइट्स –
– एसएससी ऑनलाइन एग्जाम: यह वेबसाइट खासतौर पर एसएससी एग्जाम के अभ्यर्थियों के लिए ही हैं। इसमें एसएससी सीजएल टायर 1 और 2 एसएससी जेई, एसएससी सीएचएसएल आदि के प्रैक्टिस क्वेस्चंस हैं।