सदन में मुख्यमंत्री द्वारा पेश किया गया 2904 करोड़ रुपए का प्रथम अनुपूरक बजट ध्वनिमत से पारित हुआ। इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि प्रथम अनुपूरक बजट मिलाकर अब कुल बजट 1 लाख 15 हजार 782 करोड़ का हो जाएगा। उन्होंने कहा, केंद्र सरकार हमारे हिस्से के वित्तीय संसाधनों में कटौती करती रही है। वर्षों बाद राज्य में ये स्थिति आई कि राज्य के राजस्व की प्राप्ति केंद्र की तुलना में ज्यादा है। राज्य के राजस्व में 2021-22 में 36 फीसदी की बढोतरी हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस दिन से सरकार बनी उस दिन से हम सफलता के नए-नए आयाम गढ़ रहे हैं।
सुराजी गांव योजना, गोधन न्याय योजना, स्वामी आत्मानंद योजना, मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक जैसी योजनाओं में हम आगे बढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, छत्तीसगढ़ में सरकार की योजनाओं से सभी वर्गों को लाभ मिल रहा है। गोबर के माध्यम से गो पालकों की आय में वृद्धि हुई है। पहले गोबर को लेकर हंसते थे, लेकिन आज देश के दूसरे राज्यों से लोग यहां अध्ययन करने आ रहे हैं।
राज्य में पशुओं के उपचार के लिए 163 मोबाइल वेटनरी यूनिट होंगी प्रारंभ
कोरबा, कांकेर, महासमुंद के मेडिकल कॉलेज के भवन निर्माण एवं उपकरणों तथा बिलासपुर के कैंसर संस्थान के लिए 250 करोड़ रुपए का प्रावधान खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिला कार्यालय एवं भू-अभिलेख कार्यालय के लिए 58 पदों का सृजन, साल्हेवारा, पिपरिया, कुण्डा, बचरापोड़ी, चलगली, हसौद तथा सरगांव तहसील कार्यालयों के लिए 104 पदों का सृजन
बजट में कर्मचारियों व किसानों की बात नहीं विपक्ष ने कहा-
विपक्ष ने आरोप लगाया कि सरकार के अनुपूरक बजट में न तो कर्मचािरयों के डीए, किसानों को पंप कनेक्शन देने और प्रधानमंत्री आवास योजना की बात नहीं की गई है। मुख्यमंत्री रोज एक नई योजना ला रहे हैं, लेकिन बजट नहीं है। केंद्र की राशि से सरकार की योजना चल रही है। अनुपूरक बजट पर नेताप्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक, अजय चंद्राकर, कृष्णमूर्ति बांधी, धर्मजीत सिंह, सौरभ सिंह, केशव चंद्रा सहित अन्य विधायकों ने चर्चा की।
कर्मचारियों की हड़ताल के मुद्दे पर सदन की कार्यवाही हुई स्थगित
विपक्ष ने विधानसभा में सहायक शिक्षकों और कर्मचारियों की हड़ताल पर चर्चा करने के लिए काम रोको प्रस्ताव लाया। आसंदी ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया। इसके बाद विपक्ष ने सदन में ही नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामा देखते हुए सदन की कार्यवाही पांच मिनट के लिए स्थगित करनी पड़ी। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा, मुख्यमंत्री जब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष थे, तब हड़ताली कर्मचारियों के तम्बू में गए थे। सरकार धोखा और दगा देकर सत्ता में आई है।