गौरतलब है कि नई दिल्ली के राजपथ पर इस बार छत्तीसगढ़ की झांकी भी निकलेगी, राजपथ पर निकलने वाली विभिन्न राज्यों की झांकियों के क्रम में छत्तीसगढ़ राज्य की झांकी का क्रम सबसे पहले होगा। छत्तीसगढ़ की झांकी जिसमें प्रदेश की कला और आभूषण का प्रदर्शन किया जाएगा। झांकी का निर्माण राष्ट्रीय रंगशाला कैम्प नई दिल्ली में किया जा रहा, जिसके निरीक्षण के लिए छत्तीसगढ़ से जनसंपर्क विभाग के आयुक्त तारन प्रकाश सिन्हा भी पहुंचे। झांकी के अवलोकन के साथ ही उन्होंने छत्तीसगढ़ से झांकी में शामिल होने पहुंचे सांस्कृतिक दल के कलाकारों से मुलाकात कर उनका उत्साह वर्धन किया। राजपथ पर झांकी के साथ छत्तीसगढ़ के नृतक दल ककसार नृत्य का प्रदर्शन करेंगे।
राज्य गीत ‘अरपा पैरी के धार, महानदी हे अपार‘ से उकेरित वस्त्रों का कलेक्शन शुरू
छत्तीसगढ़ राज्य हाथकरघा विकास एवं विपणन सहकारी संघ द्वारा राज्य के बुनकरों से विभिन्न प्रकार की बुनाई के माध्यम से कोसा, सूती वस्त्रों का उत्पादन कराया जाता है। इसमें कोसा शिल्क साड़ी, रेडिमेंड जैकेट, ब्लाऊज, कुर्ती आदि की नवीन श्रृंखला जो कि राज्य गीत पर आधारित है, शुरू की गई है। इस कलेक्शन में छत्तीसगढ़ के महान कवि स्वर्गीय डॉ. नरेन्द्र वर्मा द्वारा रचित ‘अरपा पैरी के धार, महानदी हे अपार‘ को विभिन्न प्रकार के वस्त्रों में उकेरा गया है। शुभारंभ कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ राज्य हाथकरघा संघ के अधिकारीगण उपस्थित थे।