रायपुर। भीषण में राजधानी रायपुर के कई मोहल्लों में लोग पानी को तरस गए हैं। अरविंद नगर, साहू पारा, मोमिन पारा जैसे इलाकों टैंकरों से पानी की सप्लाई की जा रही है। टैंकर आने पर यहां भगदड़ की स्थिति मच जाती है। लोग अपने-अपने घरों से बाल्टी लेकर पानी भरने के लिए पहुंच जाते हैं। बताते चलें कि शहर में इन दिनों पानी को लेकर हाहाकार की स्थिति बनी हुई है। निगम ने दो तरह के पानी सप्लाई की व्यवस्था की हुई है। सुबह आने वाला नल पुरानी पाइप लाइन से आ रहा है तो शाम को जल जीवन अमृत मिशन की पाइप से। दोनों की सप्लाई में जमीन-आसमान का अंतर है। सुबह जहां लोग पंप लगाकर पानी खींच लेते जिससे कई लोग पानी से वंछित रह जाते हैं। तो शाम को आने वाले नल से बहुत सा पानी व्यर्थ बह जाता है क्योंकि कई जगह लीकेज को ठीक नहीं किया गया और कई जगह अभी मीटर नहीं लगे हैं।
रायपुर। भीषण में राजधानी रायपुर के कई मोहल्लों में लोग पानी को तरस गए हैं। अरविंद नगर, साहू पारा, मोमिन पारा जैसे इलाकों टैंकरों से पानी की सप्लाई की जा रही है। टैंकर आने पर यहां भगदड़ की स्थिति मच जाती है। लोग अपने-अपने घरों से बाल्टी लेकर पानी भरने के लिए पहुंच जाते हैं। बताते चलें कि शहर में इन दिनों पानी को लेकर हाहाकार की स्थिति बनी हुई है। निगम ने दो तरह के पानी सप्लाई की व्यवस्था की हुई है। सुबह आने वाला नल पुरानी पाइप लाइन से आ रहा है तो शाम को जल जीवन अमृत मिशन की पाइप से। दोनों की सप्लाई में जमीन-आसमान का अंतर है। सुबह जहां लोग पंप लगाकर पानी खींच लेते जिससे कई लोग पानी से वंछित रह जाते हैं। तो शाम को आने वाले नल से बहुत सा पानी व्यर्थ बह जाता है क्योंकि कई जगह लीकेज को ठीक नहीं किया गया और कई जगह अभी मीटर नहीं लगे हैं।