संक्रमण काल में लोग घरों से न निकलें इसलिए तो सरकार खुद राशन, पका हुआ खाना, खाद्य सामग्री, सब्जियां, दूध, मटन-मछली यहां तक की शराब समेत अन्य सामग्री की घर पहुंच सेवा मुहैया करवा रही है। इसके लिए सरकारी एप भी बनाया गया है। इससे जुड़े सभी कर्मचारियों को मॉस्क और ग्लब्स पहनने की अनिवार्यता है।
इसकी मॉनिटरिंग प्रशासन स्तर पर हो रही है। मगर, इसके इतर निजी दुकानदार इन बातों का ध्यान रख रहे हैं या नहीं, इसका कोई मॉनिटरिंग सिस्टम नहीं है। ऐसे में आपको-हमें सावधानी बरतने की जरुरत है। स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारियों का तर्क है कि होम डिलीवरी सिस्टम को बंद नहीं किया जा सकता। वरना बाजार में भीड़ और बढ़ेगी।
आप ये सावधानियां बरतें-
– अगर आप ऑनलाइन कोई खाद्य सामग्री, खाना या फिर अन्य किसी चीज का ऑर्डर करते हैं। तो जो व्यक्ति डिलीवरी करने आ रहा है, उससे फिजिकल डिस्टेंसिंग बनाए रखें।
– मॉस्क अवश्य पहनें।
– डिलीवरी आइटम और पैसों के लेन-देन के बाद हाथ सेनिटाइज अवश्य करें।
– गली-मोहल्लों में ठेलों में सब्जियां, घरेलू सामान, बर्तन, कपड़े और अन्य सामान बेचने वालों से तभी सामग्री खरीदें, जब अत्याधिक आवश्यकता हो। इस दौरान भी मॉस्क का इस्तेमाल करें।
बाजार जाएं तो भी सतर्क रहें
अगर, आप खरीदी करने के लिए बाजार जा रहे हैं, तो भी सावधानी बरते। मॉस्क लगाएं, फिजिकिल डिस्टेंसिंग का पालन करें। घर आएं तो हाथ साबून से धोएं। सेनिटाइजर का इस्तेमाल करें। हाथों को मुंह और नाक में न लगाएं। किसी से हाथ न मिलाएं और ध्यान रखें कि आप बाहर कि किसी अन्य चीजों को न छूएं। जैसे- रेलिंग, दूसरों की गाडिय़ां, चैनल गेट, शटर आदि।
होम डिलीवरी की व्यवस्था इसलिए शुरू की गई, ताकि लोग घरों से कम से कम निकलें। इसे बंद तो नहीं किया जा सकता। हां, संबंधित कंपनियों को गाइड-लाइन जारी की गई है। मगर, जो घूम-घूमकर सामग्री बेचते हैं और आप खरीदते हैं तो सावधानी बरतें। हमें सतर्क रहना होगा।
-डॉ. अखिलेश त्रिपाठी, उप संचालक एवं प्रवक्ता, स्वास्थ्य विभाग