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बेबसी के कंधों पर सिस्टम: ख़राब सड़कों के कारण आगे नहीं गई एम्बुलेंस, पैदल शव को ले जाने हुए मजबूर

locationरायपुरPublished: Sep 19, 2022 04:41:22 pm

Submitted by:

Sakshi Dewangan

यह तस्वीर मुंगेली जिले के अचानकमार टाइगर रिजर्व के अंतर्गत वनग्राम घमेरी की रहने वाली बैगा महिला भानमती की है। शनिवार को जहरीले सांप के डंसने के बाद भानमती की तबीयत बिगड़ गई। इस दौरान गांव वाले व परिवारजन उसे 2 किलोमीटर तक खाट पर लेटाकर पैदल अस्पताल ले गए। इस दौरान निवासखार से बम्हनी के बीच पड़ने वाली मनियारी नदी को भी सबने जान जोखिम में डालकर पार किया।

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बस्तर. बस्तर के विकास के दावे तो खूब होते हैं लेकिन जमीनी हकीकत इसके उलट है। यहां आज भी सड़क, पानी और बिजली के लिए ग्रामीण संघर्ष कर रहे हैं। यह तस्वीर दंतेवाड़ा जिले के नीलावाया की है। दरअसल शनिवार को नीलावाया के 52 वर्षीय ग्रामीण बंडी को उपचार के लिए जगदलपुर ले जाया जा रहा था लेकिन उसकी रास्ते में ही मौत हो गई। दंतेवाड़ा से उसके शव को सरकारी शव वाहन में रखकर नीलावाया लाया जा रहा था लेकिन सड़क खराब होने की वजह से समेली-अरनपुर मार्ग पर ही परिजनों को उतार दिया गया। जहां शव और परिजनों को उतारा गया वहां से 7 किमी दूर नीलावाया तक शव को परिजनों ने खाट पर रखकर पहुंचाया। बता दें कि नीलावाया वही गांव है जहां की सड़क पिछले 5 साल से अधूरी पड़ी है। तब से अभी तक यह सड़क उसी हालत में है। यह सड़क पीएमजीएसवाई बनवा रही है जिसकी लागत 3 करोड़ 76 लाख रुपए है।

यह तस्वीर मुंगेली जिले के अचानकमार टाइगर रिजर्व के अंतर्गत वनग्राम घमेरी की रहने वाली बैगा महिला भानमती की है। शनिवार को जहरीले सांप के डंसने के बाद भानमती की तबीयत बिगड़ गई। इस दौरान गांव वाले व परिवारजन उसे 2 किलोमीटर तक खाट पर लेटाकर पैदल अस्पताल ले गए। इस दौरान निवासखार से बम्हनी के बीच पड़ने वाली मनियारी नदी को भी सबने जान जोखिम में डालकर पार किया।

लोक निर्माण विभाग की खराब सड़कों और निर्माण कार्यों में लापरवाही बरते जाने पर ठोस कदम उठाया गया है। भेंट मुलाकात के दौरान प्रदेश के कई हिस्सों में सड़कें और निर्माण कार्य खराब होने की शिकायतें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को मिल रही थीं। मुख्यमंत्री के रायगढ़ दौरे से लौटने के बाद पीडब्ल्यूडी के प्रभारी प्रमुख अभियंता (ईएनसी) वी.के. भतपहरी को तत्काल प्रभाव से हटाकर उन्हें मंत्रालय भेजा दिया गया।

वहीं विभाग के वरिष्ठतम मुख्य अभियंता के.के. पीपरी को प्रमुख अभियंता के रूप में पदस्थ किया गया है। पीपरी ईएनसी (इंजीनियर इन चीफ) के साथ ही विभाग के राष्ट्रीय राजमार्ग परिक्षेत्र रायपुर का कामकाज भी देखेंगे।लंबे समय बाद लोक निर्माण विभाग में हुए इस फेरबदल से अच्छा संकेत माना जा रहा है। क्योंकि पिछले 15-20 वर्षों से विभाग के इंजीनियर एक जगह कुंडली मारकर बैठे हैं। बता दें कि वरिष्ठता सूची में के.के. पीपरी का नाम सबसे ऊपर था, परंतु उन्हें दरकिनार कर जूनियर होने के बावजूद 2020 में वीके भतपहरी को प्रमुख अभियंता बना दिया गया था, परंतु उनकी कार्यशैली की वजह से न तो तीन-चार सालों से चल रहे विकास कार्यों में कोई सुधार हुआ और न ही खराब सड़कों के मेंटेनेंस कराने में कोई दिलचस्पी दिखाई जा रही थी। बताया जाता है कि लगातार शिकायतों के कारण मुख्यमंत्री की नाराजगी भारी पड़ी है। विभाग द्वारा 17 सितंबर को जारी आदेश के अनुसार भतपहरी को मंत्रालय में विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी बनाकर बिठा दिया गया है।

चर्चित अफसरों में शुमार थे : लोक निर्माण विभाग में चर्चित अधिकारियों में से एक थे वी.के. भतपहरी। भाजपा शासनकाल में 2015 में विधानसभा रोड के घटिया निर्माण में उनका नाम आया था। उस समय भतपहरी विभाग के भवन एवं सड़क परिक्षेत्र के मुख्य अभियंता थे। उनके खिलाफ विभागीय जांच भी बिठाई गई, परंतु सत्ता परिवर्तन से पहले प्रकरण खत्म हो गया था।

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