दोपहर के पौने दो बज रहे थे। हावड़ा से चलकर अहमदाबाद जाने के लिए ट्रेन पूरी तरह तैयार थी। ड्राइवर लंबा हार्न बजा रहा था। ट्रेन आगे बढ़ चुकी थी, ठीक उसी समय एक यात्री परिवार पहुंचता है और अपनी सात साल की बिटिया को लेकर काफी मशक्कत के बीच चलती हुई ट्रेन में किसी तरह चढ़ पाया, परंतु महिला यात्री दौड़ते हुए ट्रेन में चढ़ने के लिए जूझ रही थी।
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गाड़ी चूंकि लंबी दूरी की थी। मंडल टास्क टीम रेसुब रायपुर के उपनिरीक्षक सनातन थानापति एवं डिटेक्टिव विंग के प्रधान आरक्षक सीएमकेवी दुबे प्लेटफॉर्म एक पर निगरानी के लिए तैनात थे। उनकी नजर महिला पर पड़ी और थानापति ने फुर्ती से महिला को अपनी ओर खींच लिया। इससे महिला ट्रेन की चपेट में आने से बच गई।
सुरक्षा पोस्ट प्रभारी दिवाकर मिश्रा ने बताया कि एक बड़ा हादसा टला है। यात्री दामन साहू अपने पत्नी व सात साल की बच्ची को लेकर चलती गाड़ी में दौड़ते हुए किसी तरह तो चढ़ गए, परंतु उनकी पत्नी चढ़ने की कोशिश में लडखड़़ा कर पैर फिसलने से नीचे आ गई। महिला यात्री को ट्रेन व प्लेटफॉर्म के मध्य गिरता हुआ देख तुरंत तत्परता से उपनिरीक्षक थानापति ने बचाकर सराहनीय काम किया।
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चलती ट्रेन में न चढ़ने की अपील
रेलवे सुरक्षा अधिकारियों की अपील कि चलती हुई ट्रेन में न चढ़ेंगे। गाड़ी पकड़ने के लिए समय से पहले पहुंचें। हड़बड़ी में जान-जोखिम में न डालें।