खैरागढ़ की रानी ने पुरुष वेश में लड़ा था युद्ध
खैरागढ़ विवि के शोधार्थी मोहन कुमार साहू और आराधना चतुर्वेदी ने खैरागढ़ पर अपना शोध प्रस्तुत किया। इसमें उन्होंने बताया कि मराठा शासक रघुजी भोंसले ने खडगऱाय को बुलाकर पिपरिहा, मुश्का और आमनेर नदी के बीच एक गांव बसाया। उन्हें यहां की जिम्मेदारी सौंपी थी। इससे पहले खडगऱाय खोलवा में शासन कर रहे थे। इनके उत्तराधिकारी हुए टिकैत राय। एक बार जब टिकैत लांजी गए हुए थे तो भवानी सिंह ने हमला बोल दिया। तब टिकैत राय की रानी पुरुष वेष में युद्ध लड़ा था जो तीन दिन चला। जब भवानी को पता चला कि टिकैत लांजी से लौट रहे हैं तो वह अपने गांव धमधा भागा। टिकैत ने धमधा में हमला बोल कर भवानी को पराजित किया। खडग़ाराय की वजह से इस इलाके का नाम खैरागढ़ पड़ा। वैसे जनश्रुति के अनुसार यहां खैर के पेड़ ज्यादा थे इसलिए खैरागढ़ कहा जाने लगा।