खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग के सहायक नियंत्रक राजेश शुक्ला ने बताया कि दुकानों से सैंपल लेकर जांच के लिए लैब में भेजते हैं। लैब से जांच रिपोर्ट में आने में समय लगता है। मोबाइल वैन से जांच कर तुरंत मिठाइयों को फिकवा दिया जाता है।
पत्रिका व्यू
पहले क्यों जारी नहीं किया आदेश, दो दिन में क्या रोक लग जाएगी मिलावटी मिठाइयों पर
दीपावली में मिलावटी मिठाइयों पर रोक लगाने के लिए छापामार कार्रवाई के आदेश सचिव ने जारी किया है। इस आदेश पर ही अब सवाल उठने लगा है कि दो दिन में मिलावटी मिठाइयों पर कैसे रोक लगेगी। बाहर से आने वाले मिलावटी मावे की खेप भी निर्धारित जगहों पर पहुंच चुकी है। दुकानदारों ने भी मिठाइयां तैयार कर दुकानें सजाना शुरू कर दिए हैं। यदि इन दो दिनों में खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की टीम छापा मार कार्रवाई कर मिठाइयों के सैंपल भी लेते हैं, इसकी जांच रिपोर्ट आज तक मौके पर जारी करने की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। सैंपल की जांच के लिए अन्य राज्यों की लैब में भेजा जाता है। इसकी रिपोर्ट त्योहार के १० दिन बाद आएगी, तब तक सारी मिठाई बिक चुकी होगी। एेसे में इस तरह की छापामार कार्रवाई कर परंपरा निभाने की जरूरत ही नहीं है। शासन को लोगों की सेहत और जान की जरा भी परवाह है, तो मिलावटी मिठाइयों पर रोक लगाने त्योहारी सीजन शुरू होने के १५ से २० दिन पहले ताबड़ तोड़ छापामार अभियान त्योहार के आखिरी दिन तक चलाना चाहिए।