ड्राइविंग लाइसेंस की हार्डकॉपी रखने की नहीं होगी जरूरत, अब सॉफ्टकॉपी भी होगा मान्य
इन दोनों श्रेणियों में यात्रियों को कन्फर्म टिकट मिला बंद हो चुका है। मंगलवार को ही स्लीपर में आरएसी 87 पहुंच गई और थर्ड एसी में आरएसी 12 तक। जबकि रेलवे का नियम है कि बिना कन्फर्म टिकट किसी यात्री को सफर नहीं करने दिया जाएगा।
इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सारनाथ एक्सप्रेस यात्रियों के लिए कितनी जरूरी ट्रेन है, जिसका लोगों को लंबे समय से चलने का इंतजार था। वह ट्रेन अब जाकर चलने जा रही है। इसी ट्रेन से लोग मृतात्माओं की मोक्ष के लिए अस्थियां विसर्जित करने गंगा जी जाते हैं। रेलवे प्रशासन ने 8 अक्टूबर को घोषित किया कि अब सारनाथ एक्सप्रेस दुर्ग स्टेशन से 14 अक्टूबर से प्रतिदिन चलेगी। इसके बाद रिजर्वेशन करना शुरू किया और चार दिन के अंदर थर्ड एसी कोच की तीन बोगियां और 11 स्लीपर कोच का फुल होने में देरी नहीं लगी।