सावन माह के तीसरे सोमवार शिव पूजा के ये खास उपाय
भक्त सावन के तीसरे सोमवार को सबसे पहले गंगाजल से स्नान कराएं। कहा जाता है कि भगवान भोलेनाथ को जलधारा सबसे प्रिय है। इसलिए शिवजी को जल, गाय का कच्चा दूध, पंचामृत से अभिषेक करना चाहिए। उसके बाद भगवान भोलेनाथ को चंदन, अक्षत, बिल्वपत्र, आंकड़े यानी आक का फूल व धतूरा चढ़ाना चाहिए।
सावन माह में ऐसे करें शिव मुट्ठी का यह टोटका
– सावन के पहले सोमवार को भक्त भगवान भोलेनाथ को एक मुट्ठी कच्चा चावल चढ़ाएं। – दूसरे सोमवार को भक्त शिवलिंग पर सफेद तिल अर्पित करें।– अगर किसी व्यक्ति के कुंडली में सूर्य ग्रह से संबंधित बाधा है तो विधिवत या पंचोपचार पूजन के बाद लाल या बैंगनी आक वाले पुष्प पत्तों के साथ शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए इससे सूर्य के दोष में लाभ मिलता है।
– अगर कोई व्यक्ति चंद्रमा से परेशान है तो प्रत्येक सोमवार गाय का दूध शिवलिंग पर समर्पित करें और सोमवार का व्रत भी रखें इससे दोष में लाभ मिलता है।
– मंगल ग्रह से संबंधित कष्ट एवं बाधा निवारण के लिए गिलोय की जड़ बूटी के रस से भोलेनाथ का अभिषेक करना मंगल ग्रह के कष्टों को दूर करने में लाभकारी होता है।
– बुध ग्रह से संबंधित दोष के निवारण के लिए विधारा की जड़ के रस से महादेव का अभिषेक करना उत्तम माना गया है।
– बृहस्पति ग्रह से संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए प्रत्येक गुरुवार हल्दी मिश्रित दूध शिवलिंग को समर्पित करना चाहिए।
– शुक्रवार की अनुकूलता बनाए रखने के लिए पंचामृत और गाय के घी से भगवान शिव का अभिषेक करें।
– शनि ग्रह से संबंधित कष्टों और बाधाओं के निवारण के लिए गन्ने का रस और दही का पानी यानी छाछ से महादेव का अभिषेक करना चाहिए।
– राहु केतु के कष्टों से मुक्ति के लिए कुशा और दुर्वा के जल से भगवान शिव का अभिषेक करने से लाभ मिलता है।