इसी तरह प्राचीन हटकेश्वर नाथ महादेव, बूढ़ेश्वर महादेव और कालीमाता परिसर में शिव मंदिर सहित शहर के शिवालयों में सुबह से जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला शुरू होगा। मंदिरों में श्रीराम चरितमानस का अखंड पाठ चल रहा है। बारी-बारी से मंदिर समितियों ने ड्यूटी तय कर रखा है, क्योंकि कोरोनाकाल चल रहा है।
महादेवघाट में हटकेश्वरनाथ महादेव के गृर्भगृह को पुष्प-पत्तियों और फलों से कैलाश धाम की तरह सजाकर दर्शन कराने की व्यवस्था की गई है। अभिषेक पूजन, दर्शन बारी-बारी से करना समितियों ने तय किया हुआ है। पहले सोमवार पर इतनी भीड़ नहीं थी, लेकिन दूसरे सोमवार से बढऩे लगती है। कांवरिए भी बोल बम के साथ चार से पांच संख्या में निकलते हैं।
तीसरा और चौथा सोमवार 9 व 13 को
सावन का तीसरा सोमवार 9 और चौथा सोमवार 13 अगस्त को है। इसी बीच 8 अगस्त को छत्तीसगढ़ का लोकपर्व हरेली महोत्सव मनेगा। लोग अपने-अपने घरों में पारंपरिक पकवान ठेठरी, खुरमी बनाएंगे। किसान परिवार अपने ग्राम देवता, कृषि औजारों, पशुधन की पूजा करके भोग लगाएंगे। गैंडी दौड़ का लुत्फ उठाएंगे। लेकिन पहले जैसा भव्य आयोजन नहीं होगा। क्योंकि कोरोनाकाल चल रहा है।