स्टूडेंट्स का मानना है कि गवर्नमेंट सेक्टर में फ्यूचर सिक्योर है, लेकिन अगर आप बिजनेस या अपनी हॉबी को अपना प्रोफेशन बनाते हो तो आपकी पूरी लाइफ सिक्योर हो जाती है। इस सबजेक्ट को लेकर पत्रिका प्लस ने शहर के उच्च शिक्षण संस्थानों के छात्रों से बातचीत की तो अमूमन स्टूडेंट्स ने प्रोफशनल स्टडी के साथ प्राइवेट सेक्टर को प्रायोरिटी दी।
इंस्पीरेशन भी कारण
डीबी गल्र्स कॉलेज की प्रोफेसर रश्मि दुबे का कहना है कि पहले गवर्नमेंट सेक्टर को ही महत्व दिया जाता था। आज उसके अपॉजिट है इसका कारण यह है कि क्वालिफिकेशन का रेशो बढ़़ गया है। जिससे गवर्नमेंट सेक्टर में वेकेंसी से दस गुना लोग अप्लाई करते हैं। इसके साथ ही शहर में यूथ न्यूज में पढ़कर या किसी की सक्सेस स्टोरी से इंस्पायर होकर सेल्फ स्टार्टअप में इंट्रेस्ट ले रहा है और आगे भी बढ़ रहे हैं।
डीबी गल्र्स कॉलेज की प्रोफेसर रश्मि दुबे का कहना है कि पहले गवर्नमेंट सेक्टर को ही महत्व दिया जाता था। आज उसके अपॉजिट है इसका कारण यह है कि क्वालिफिकेशन का रेशो बढ़़ गया है। जिससे गवर्नमेंट सेक्टर में वेकेंसी से दस गुना लोग अप्लाई करते हैं। इसके साथ ही शहर में यूथ न्यूज में पढ़कर या किसी की सक्सेस स्टोरी से इंस्पायर होकर सेल्फ स्टार्टअप में इंट्रेस्ट ले रहा है और आगे भी बढ़ रहे हैं।
इनोवेटिव होता है प्राइवेट सेक्टर
ज्यादातर लोगों का मानना होता है कि सरकारी जॉब ही सफलता होती है, लेकिन मैं यह नहीं मानता। मैं सोचता हूं कि आप अगर अपनी हॉबी या सेल्फ बिजनेस की ओर बढ़ते हैं तो वह सबसे बड़ी सफलता होती है। एेसा नहीं है कि गवर्नमेंट सेक्टर को पसंद नहीं करता मगर मेरे साथ जो बैचमेट थे हम सबने खुद का स्टार्टअप पर फोकस किया और प्राइवेट सेक्टर में इनोवेशन करने की तैयारी में हैं।
कुलदीप ठाकुर, ट्रिपल आइटी
ज्यादातर लोगों का मानना होता है कि सरकारी जॉब ही सफलता होती है, लेकिन मैं यह नहीं मानता। मैं सोचता हूं कि आप अगर अपनी हॉबी या सेल्फ बिजनेस की ओर बढ़ते हैं तो वह सबसे बड़ी सफलता होती है। एेसा नहीं है कि गवर्नमेंट सेक्टर को पसंद नहीं करता मगर मेरे साथ जो बैचमेट थे हम सबने खुद का स्टार्टअप पर फोकस किया और प्राइवेट सेक्टर में इनोवेशन करने की तैयारी में हैं।
कुलदीप ठाकुर, ट्रिपल आइटी
सरकारी नौकरी ही जरूरी नहीं
काम कोई भी छोटा या बड़ा नहीं होता। कई लोग यह मान लेते हैं कि लाइफ का अचीवमेंट गवर्नमेंट जॉब है। सही भी है लेकिन अपनी हॉबी को अगर प्रोफेशन की ओर ले जाते हैं तो वह तरक्की होती है। कोई भी सेक्टर हो काम इनीसिएटिव होना चाहिए। प्राइवेट सेक्टर में कई कंपनियां हैं जहां अपने वर्क से कॅरियर डवलप कर सकते हैं। मैं इस बात को माइन नहीं करती कि लाइफ सरकारी जॉब से ही सिक्योर होता है।
कल्पना सिंह, एनआइटी