पल्लव ने बताया कि जिले में माओवाद विरोधी अभियान में सुरक्षाबलों को गस्त पर रवाना किया गया था। जब दल हुर्रेपाल और बेचापाल गांव के मध्य में था तब माओवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने भी जवाबी कार्रवाई की। कुछ देर तक दोनों ओर से गोलीबारी के बाद माओवादी वहां से फरार हो गए।
जब सुरक्षाबलों ने घटनास्थल की तलाशी ली तब वहां से एक माओवादी का शव बरामद किया गया। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में मारे गए माओवादी की पहचान दसरू पुनेम के रूप में की गई है। पुनेम माओवादियों के मिलिट्री प्लाटून नंबर 2 का सदस्य था। उसके सर पर आठ लाख रुपए का इनाम था। पल्लव ने बताया कि इस संबंध में अधिक जानकारी ली जा रही है।
जब सुरक्षाबलों ने घटनास्थल की तलाशी ली तब वहां से एक माओवादी का शव बरामद किया गया। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में मारे गए माओवादी की पहचान दसरू पुनेम के रूप में की गई है। पुनेम माओवादियों के मिलिट्री प्लाटून नंबर 2 का सदस्य था। उसके सर पर आठ लाख रुपए का इनाम था। पल्लव ने बताया कि इस संबंध में अधिक जानकारी ली जा रही है।