गांव के करीब आए हाथियों को देखने के लिए भीड़ लग गई थी। ग्रामीण मोबाइल फोन से हाथियों का फोटो लेने लगे। उधर, वन अमला भी वहां पहुंच गया। उसने ग्रामीणों को हाथियों के नजदीक नहीं जाने की बार-बार समझाइश भी दी। वन परिक्षेत्राधिकारी कृपा सिंधु पैंकरा ने बताया कि ग्रामीणों को हाथियों के पास नहीं जाने व सेल्फी लेने से मना किया जा रहा था। लेकिन ग्रामीण इसे नजरअंदाज करते रहे। पैंकरा ने बताया कि चौरामा निवासी जीवन कुजूर के परिजनों को तत्काल 25 हजार की आर्थिक सहायता दी गई।
ग्रामीण क्षेत्रों में हाथियों का आना-जाना लगा हुआ है। रोजाना किसी गांव में हाथी घुस जाते हैं। हाथी जहां पहुंचते हैं, वहां भीड़ लग जाती है। इसी दौरान फोटो और सेल्फी लेने लगते हैं। उधर हाथियों को खदेडऩे का काम भी शुरू हो जाता है। इससे वे आक्रमक हो जाते हैं और उनके पास जाने से वे हमला भी कर देते हैं।
पाकरगांव में वन अमला हाथियों को भगाने में लगा हुआ था। लोग फोटो और सेल्फी लेने के चक्कर में बार-बार हाथियों के करीब जा रहे थे। ग्रामीणों को सेल्फी लेने से मना करने के लिए वन अमले को पुलिस की मदद लेनी पड़ी। वहीं घटना के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची और लोगों को हाथियों के पास नहीं जाने के लिए समझाने लगी।
कृपासिंधु पैंकरा, वन परिक्षेत्राधिकारी, पत्थलगांव