अभियुक्त सूरज ने अपनी पत्नी संगीता कोत्तूर (35) की हत्या की थी। इस मामले में अभियुक्त की 14 साल की बेटी सारा का बयान अहम साबित हुआ। उन्होंने न्यायालय को बताया कि घर के तखत पर उसकी मां तड़प रही थी। पूछने पर मां ने उसे बताया था कि रात में तेरे पापा ने गला दबाकर कुछ पिलाया है। इस प्रकरण में नेवई थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर प्रकरण न्यायालय में प्रस्तुत किया था।
प्रकरण के मुताबिक, एचएससीएल क्वाटर मरोदा में संगीता कोत्तूर 24 जून 2017 तखत पर तड़प रही थी। बेटी सारा ने अपनी मां को तपड़ते देखा तो नजदीक रहने वाले अपने मामा सुबोधन को जानकारी दी। घटना की पुलिस को सूचना देने के बाद संगीता को जिला अस्पताल पहुंचाया गया। स्थिति गंभीर होने पर बीएम शाह अस्पताल और बाद में मेडिकल कॉलेज रायुपर रेफर किया गया। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
अतिरिक्त लोक अभियोजक नागेश्वर यदु ने बताया कि हत्या के इस प्रकरण में चश्मीदीद गवाह कोई नहीं था। न्यायालय ने सजा के लिए आरोपी की पुत्री के बयान को आधार बनाया। आरोपी की बेटी सारा ने न्यायालय को बताया कि रात में जब मां और पापा के बीच विवाद हो रहा था तब दोनों भाई-बहन खाना खा रहे थे। फिर खाना खाकर सो गए। सुबह लगभग 6.30 बजे वह उठी तो देखा उसके पापा घर पर नहीं हैं। मां तखत में तड़प रही थी।
पत्नी व बच्चों को छोड़ चला गया था महाराष्ट्र
मृतक महिला के भाई सुबोधन ने पुलिस को जानकारी दी थी कि संगीता ने सूरज के साथ वर्ष-2000 में प्रेम विवाह किया था। विवाह के बाद वह चंद्रपूर महाराष्ट्र में रह रही थी। उसकी दो संतान है। संगीता पर शंका कर सूरज आए दिन मारपीट करता था। समझाइश के बाद सूरज परिवार के साथ घटना से छह माह पहले भिलाई में रहने लगा था। दोबारा विवाद होने पर सूरज परिवार को छोड़कर चला गया था। वापस आने के बाद उसने घटना को अंजाम दिया।