सीबीआई स्पेशल कोर्ट ने मामले की सुनवाई करते हुए भूपेश बघेल को 8 अक्टूबर तक न्यायिक रिमांड में भेज दिया है। वहीं कोर्ट ने एक लाख रुपए के मुचलका पर विजय भाटिया को जमानत दे दी है। जबकि विनोद वर्मा पहले से ही जमानत पर हैं।
मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट परिसर में सुरक्षा के एहतियात के तौर पर बड़ी संख्या पुलिस जवानों की तैनाती की गई थी। भूपेश के न्यायिक रिमांड की खबर कोर्ट परिसर से बाहर आते ही कांग्रेस कार्यकर्ता हंगामा करने लगे। पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच भूपेश को कोर्ट परिसर से बाहर ले गई।
इससे पहले सुबह जब सीबीआई ने स्पेशल जज सुमित कपूर के कोर्ट में चालान पेश किया। स्पेशल जज सुमित कपूर ने सीबीआई को अधूरा चालान पेश किए जाने पर कड़ी फटकार लगाई और दोबारा चालान पेश करने के आदेश दिए। बताया जा रहा है कि सीबीआई के चालान में गवाहों की फोटो सहित कई दस्तावेज नहीं थे।
भूपेश के अलावा सीबीआई ने चार अन्य लोगों को भी कोर्ट में पेश होने का समन भेजा है, जिसमें भाजपा नेता कैलाश मुरारका, भिलाई के कारोबारी विजय भाटिया, मुंबई का कारोबारी विजय पंड्या और पूर्व पत्रकार विनोद वर्मा शामिल हैं।
भूपेश बोले – विरोध बर्दाश्त नहीं कर सके पीएम, इसलिए…
कथित सेक्स सीडी मामले में कोर्ट में पेश होने से पहले कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल ने सीबीआई के नोटिस को राजनीतिक षड्यंत्र बताया है। भूपेश ने मीडिया से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर सीधा निशाना।
उन्होंने कहा कि बिलासपुर कांग्रेस भवन में प्राणघातक हमले के विरोध में कांग्रेसियों द्वारा काला झंडा दिखाया जाना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बर्दाश्त नहीं कर सके, इसलिए सीबीआई का राजनीतिक दुरुपयोग कर नोटिस भिजवा रहे हैं। एक सवाल के जवाब में भूपेश ने कहा कि भाजपा सरकार को लोकतंत्र में विश्वास नहीं है, इसलिए सरकार इस तरह की कार्रवाई कर रही है। इनका असली चेहरा सामने आ रहा है।