एैसे आया आइडिया योगा सीखने का
रायपुर में मृत्युन्जय योगा एकडमी में काम वाली मंजू झा बाइयों से लेकर सभी घर में रहने वाली गृहणियों को योगा सिखाने और उनकी पढ़ाई पूरी करवाने का बीड़ा उठाया है। मंजू का कहना है कि मै खुद शादी के बाद तकरीबन 15 वर्षों तक घर-गृहस्ती बच्चों की पढ़ाइ-लिखाई में फसी रही। मेरे दिमाग में ये बात हमेशा कौधती रहती थी कि मुझे समाज के लिए कुछ बड़ा करना है। और मैने पढ़ाई भी कम्पलीट की और योगा में पीजी भी किया। और आज कई सारे लोग यहां योगा सीखने आ रहे है।
हर हप्ते होता है आयोजन
राजधानी में हर संडे को चल रहे सेहतमंदी कार्यक्रम की योग गुरू मंजू झा यहां पर आने वाले लोगों को योगा की बारीकियां बताती हैं इसके अलावा भी कई सारे योगा शिविर छत्तीसगढ़ भर में लोगों को योग से जोड़ा जा रहा है। इनके सिखाए हुए कई सारे बच्चे योगा सिखा रहे हैं। इनकी कोशिश है की ज्यादा से ज्यादा गृहणियों और बच्चों को जोड़ सकें।
सोशल मीडिया का ले रहे सहारा
यूवा योगा की सही ट्रेनिंग कैसे लें इसके लिए फेसबुक पर पेज बनाकर युवाओं को जोड़ा जा रहा और यूट्यूब पर विडियो के माध्यम से योगा करने की सही जानकारी दे रहे। योगा का भविष्य ब्राइट है बसर्ते इसके लिए लोग इमानदारी के साथ मेहनत करें तो। यहां होने वाले कार्यक्रमों में लोगों का योगा के नाम पर नाच-कूद मौज-मस्ती करने में ज्यादा मन लगता है। सही तरीके से योगा करने वालों की काया निरोगी रहती है। सही योगा कैसे करना है इसकी जानकारी होना बहुत जरूरी है।