जलाए गए दस्तावेजों में कई महत्वपूर्ण रिपोर्टें भी शामिल थीं। इसे एसआइबी ने राज्य सरकार के निर्देश पर तैयार किया था। पिछले 15 वर्षों में झीरमघाटी कांड, इंदिरा प्रियदर्शनी बैंक घोटाला, चिटफंड घोटाला और नागरिक आपूर्ति निगम में हुआ घोटाला शामिल है। इन सभी घोटालों को लेकर खुफिया विभाग द्वारा रिपोर्ट तैयार की गई थी।
जलाने पर दी सफाई
मौके पर मौजूद अफसरों ने बताया कि उन्होंने पुराने और अनुपयोगी कागजों को ही जलाया है। इनको जलाने के आदेश डेढ वर्ष पहले ही हो चुके थे, उनकी छंटाई में देरी हुई। जरूरी दस्तावेजों को सुरक्षित रूप से रखने के बाद अन्य कागजों को जला दिया गया है।
डीआइजी इंटेलिजेंस एसएस शोरी ने बताया कि विभाग के दस्तावेजों को जलाए जाने की जानकारी मिली है। इस संबंध में जिम्मेदार अफसर और कर्मचारियों से रिपोर्ट मांगी गई है।