गाने की प्रेरणा कहां से मिली?
घर में सभी को गाने पसंद थे। मैं भी गुनगुनाया करती थी। मेरे पैरेंट्स को जब पता चला कि मैं अच्छा गा सकती हूं तो उन्होंने मुझे प्रोत्साहित किया। मैंने ११वीं में संगीत सीखना शुरू किया, स्कूल में ही संगीत सीखा करती थी। मेरे गुरु संजय देवाले हैं। मैंने आट्र्स, कामर्स और एजुकेशन (बीएड) में ग्रेजुएशन किया है साथ ही इंडियन म्यूजिक में पीजी।
आप बेसिकली सिंधी गीत गाती हैं, गीत लिखने वाले बढ़ रहे हैं या नहीं?
गीतकार हैं लेकिन बढ़ोतरी न के बराबर है। यदि सिंधी गीत लिखे जाएं तो हमें हेल्प हो जाएगी। वैसे में हिंदी और अंग्रेजी में लिखती हूं, कोशिश करूंगी कि सिंधी में भी कुछ लिख सकूं।
अब तक कहां-कहां परफार्म किया?
इंडिया के नार्थ-साउथ को छोड़कर लगभग सभी बड़े शहरों में लाइव शोज किया है। जबकि अब्रॉड में दुबई और हांगकांग शामिल हैं। मुझे लाइव में इंटरेस्ट है।
सोशल मीडिया की वजह से अब अवसर जल्दी मिल जाते हैं?
एेसा नहीं है, जब सोशल मीडिया नहीं था तब कॉम्पिटीशन कम था, आज जब ये अच्छा प्लेटफार्म बन चुका है तब प्रतिस्पर्धा भी बढ़ी है। आपमें प्रतिभा है तो मौके मिल ही जाते हैं खुद को साबित करने के लिए।
नए गायकों के लिए क्या मैसेज है?