कागज के एक पन्ने में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई है। साथ ही एक शराब माफिया, बिल्डर और एक आइपीएस अफसर की भूमिका का उल्लेख भी किया गया है। उनके द्वारा ही रकम जुटाने और संबंधित लोगों के बीच मध्यथता करना बताया गया है। उनके नाम सामने आने के बाद एसआइटी की टीम उनसे पूछताछ करने की तैयारी में जुटी हुई है।
बताया जाता है कि जल्दी ही उन्हें समंस जारी कर बुलवाया जाएगा। इसके पहले सारी दस्तावेजी तैयारियां चल रही है। बता दें कि अंतागढ़ टेपकांड में अब तक फिरोज सिद्दीकी, अमीन मेमन, मंतूराम पवार और गिरीश देवांगन से पूछताछ हो चुकी है।
कागज के एक पन्ने में शराब माफिया, बिल्डर और एक आइपीएस अफसर की भूमिका का उल्लेख किया गया है। उनके नाम सामने आने के बाद एसआइटी की टीम उनसे पूछताछ करने की तैयारी में जुटी हुई है।
चौंकाने वाले चेहरे आए सामने
अंतागढ़ टेपकांड से जुड़े हुए यह चेहरे अब तक की जांच के दौरान सामने नहीं आए थे। एफआइआर में उनके नाम तक का उल्लेख नहीं हुआ है। लेकिन, दस्तावेजों में रकम की व्यवस्था करने से लेकर संबंधित पक्ष तक पहुंचाने में भूमिका निभाने की जानकारी सामने आई है। इसके दस्तावेज मिलने के बाद एसआइटी की टीम जांच में जुट गई है। बताया जाता है कि अंतागढ़ टेपकांड में गवाह एक गवाह के द्वारा पिछले दिनों ही इसे सौंपा गया है।