नान घोटाले में सरकारी गवाह बनेंगे शिवशंकर भट्ट, SIT की पेशकश को किया स्वीकार
बताया जा रहा है कि इस घोटाले में आरोपी बनाए गए सभी 12 लोगों पर शिकंजा कसने की तैयारी चल रही है। उनकी भूमिका की जांच करने के लिए कौशलेन्द्र सिंह, गिरीश शर्मा, चिंतामणि चंद्राकर, केके बारिक के बयान को आधार बनाया जाएगा। बताया जाता है कि 36000 करोड़ के नान घोटाले में इन सभी की भूमिका है। जांच के दौरान इसके दस्तावेज भी ईओडब्ल्यू और एसआईटी को मिल चुके हैं।नागरिक आपूर्ति घोटाला मामले में चिंतामणि चंद्राकर EOW हिरासत में, पूछताछ जारी
बता दें कि शिवशंकर भट्ट ने कलम बंद बयान दर्ज कराने के लिए रायपुर कोर्ट में आवेदन दिया है, जिसकी सुनवाई 25 सितंबर को होगी। वहीं भट्ट द्वारा जारी किए गए शपथपत्र में पूरे मामले का खुलासा किए जाने से एसआईटी को महत्वपूर्ण साक्ष्य भी मिले हैं।भुगतान और कमीशन की लेगी जानकारी
एसआईटी के अफसर नान मुख्यालय से जब किए गए 2011 से 2014 की फाइलों की जांच करेंगे। इस दौरान चावल, चना, मटर के उपार्जन, उसकी आपूर्ति और परिवहन करने वाले कारोबारियों, मिलर और ट्रांसपोर्टरों को किए गए भुगतान और कमीशन का हिसाब किया जाएगा। साथ ही चिंतामणि चंद्राकर द्वारा लिखी जाने वाली डायरी और भेजे जाने वाली रकम की जानकारी ली जाएगी।