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काम एमबीबीएस के लिए मेन एक्जाम के साथ-साथ एक्जीट एक्जाम की बाध्यता एम्स के विद्यार्थियों पर लागू नहीं होगी। एक्जीट एक्जाम एबीबीएस करने के बाद प्रेक्टिस के लिए लाइसेंस लेने और पीजी में प्रवेश के लिए होगा। एक्जीट एक्जाम शुरू होने के बाद पीजी के लिए होने वाली परीक्षा नीट पीजी स्वत: समाप्त हो जाएगा। प्राइवेट कॉलेजों की ४० प्रतिशत सीटों पर अब सरकारी नियंत्रण होगा। यदि विद्यार्थी एक्जीट एक्जाम में अनुत्तीर्ण हो जाता है, तो उसे फिर मौका मिलेगा। पीजी में रैंक सुधारने के लिए इसे दुबारा दिया जा सकेगा। यह भी पढ़ें
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गुंटूर व नागपुर एम्स को ५०-५० सीटएम्स में इस बार १०० सीटों में बढ़ोतरी की गई है। इन दो नए एम्स में ५०-५० सीटें बढ़ाई गई हैं। आंध्रप्रदेश के गुंटूर व महाराष्ट्र के नागपुर में ५०-५० सीटें आवंटित की गई हैं। अब देश के नौ एम्स में ७०७ की जगह ८०७ सीट हो जाएंगी। रजिस्ट्रेशन सोमवार से होने शुरू हो गए हैं। दिल्ली एम्स में सात सीटों पर विदेशी विद्यार्थियों के प्रवेश के लिए परीक्षा नहीं देनी होगी। इनको फिजिक्स, कैमेस्ट्री, बॉयोलॉजी और अंग्रेजी के अंकों के आधार पर प्रवेश मिलेगा। दिल्ली में १०७, ऋषिकेश, पटना, जोधपुर , भुवनेश्वर, रायपुर और भोपाल में १००-१०० सीटें रहेंगी।