अधिकारियों ने बताया कि कंपनी से संचालन के लिए एडवांस में 75 लाख रुपए जमा कराया गया है। कंपनी यदि आखिरी नोटिस में भी नहीं आती है तब की स्थिति में इसके संचालन की जिम्मेदारी जमा राशि से दूसरे को दिया जाएगा। इसके लिए फिर से टेंडर की प्रक्रिया करनी होगी।
लाखों की लागत से बने इस टॉयलेट की खासियत यह बताई गई थी कियह ऑटोमेटिक होगा, यानि बिना पैसे डाले दरवाजा नहीं खुलना। ऑटो फ्लश, स्टेनलेस स्टील के इस्तेमाल की वजह से मजबूत होगा। ई-टॉयलेट्स में विज्ञापन की जगह साथ ही सिग्नल के जरिए दरवाजे का इंडीगेशन आदि बताया गया था। हालांकि यह सब सिस्टम अब ठप पड़ हुआ है। ई-टॉयलेट में अब मवेशी भी बैठे नजर आ रहे हैं।
लागत-2.60 करोड़
एक टॉयलेट की लागत- 8.12 लाख
टॉयलेट्स- 32 यूनिट, शहर के 6 लोकेशन में कंपनी-ई-राम साइंटिफिक सॉल्यूशन, केरल
डिफेक्ट लॉयब्लिटी- 2 साल
कार्यवधि- 1 साल
यहां बने हैं ई-टॉयलेट- सरस्वती नगर थाना बाउंड्रीवाल के पास, एम्स गेट नं.02 गुरूद्वारा के पास, आरडीए तिवारी स्कूल,कटोरातालाब, आनंद नगर चौक, मेकाहारा हॉस्पिटल मेन गेट