दरअसल, रेलवे सुरक्षा बल के टास्क फोर्स के उपनिरीक्षक एस. थानापति को मुखबिर से यह सूचना मिली थी कि पुरी-अजमेर स्पेशल ट्रेन के स्लीपर कोच से गांजा की खेप जा रही है। उस दौरान टीम दुर्ग में थी। जैसे ही गाड़ी स्टेशन में रुकी तो उन्होंने अपनी टीम के साथ आरोपी के पांचों बैग की तलाश लेकर उसे अपने कब्जे में ले लिया गया। रेलवे सुरक्षा बल के अफसरों के अनुसार पूछताछ में आरोपी सिधांत महाकुंड पिता कांगेस महाकुंड (21)पाटपुर जिला गंजाम ओडिसा का रहने वाला बताया।
रिजर्वेशन टिकट करा रखा था, सप्लायर की नहीं मिला सुराग
ट्रेनों से लगातार ओडिशा तरफ से गांजा की खेप भेजी जाती है। लेकिन पकड़ में आरोपी सिधांत महाकुंड ने मुख्य गांजा सप्लायर की सुराग सुरक्षा बल के हाथ नहीं लगी। वह ट्रेन के एस-7 बर्थ नंबर 65 में रिजर्वेशन टिकट कराकर पांच पिट्टू बैग में प्लास्टिक की 25 पैकट को स्लो टेप से पैक कर गांजा अहमदाबाद पहुंचाने के लिए कबूल किया। गांजा 69 किलो 394 ग्राम था। टास्क फोर्स का दावा है कि आरोपी से कड़ी पूछताछ किया। इसके बाद लिखा-पढ़ी कर उसे दुर्ग कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल दाखिल किया गया।