अवैध रूप से बनाये जा रहे फर्नीचर को जब्त करने वन विभाग की टीम पहुंची तो तस्कर पोदिया व भीमा ने ग्रामीणों के साथ मिलकर वन कर्मियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा।
रायपुर
Published: August 03, 2022 01:48:21 pm
दंतेवाड़ा. नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में वन तस्करों के हौसले इस कदर बुलंद हैं कि कार्रवाई करने पहुंचने वाले वन कर्मियों पर ही हमला करने लगे हैं। किरंदुल थाना क्षेत्र के टिकनपाल में मंगलवार को ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां अवैध रूप से बनाये जा रहे फर्नीचर को जब्त करने वन विभाग की टीम पहुंची तो तस्कर पोदिया व भीमा ने ग्रामीणों के साथ मिलकर वन कर्मियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। 3 वनकर्मी किसी तरह जान बचाकर भाग निकले, लेकिन पिकअप वाहन के साथ वहीं फंसे रह गए शिराज पटेल व उमेश नेगी को तस्करों ने बेदम पिटाई की। दोनों घायल वनकर्मियों को बचेली के अपोलो अस्पताल में दाखिल कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। घटना की जानकारी मिलते ही किरंदुल पुलिस मौके पर पहुंची और अपराध दर्ज कर आरोपियों की धरपकड़ में जुट गई है।
वन तस्करी का केंद्र
टिकनपाल गांव वन अपराधियों के लिए लकड़ी तस्करी का केंद्र बन गया है। कुछ माह पहले वन विभाग ने यहां अवैध रूप से संचालित हो रहे फर्नीचर मार्ट में बड़े पैमाने पर चिरान और फर्नीचर जब्त किया था। इससे बौखलाए वन तस्करों ने इस बार फिर से पहुंची वन विभाग की टीम पर हमला बोल दिया।
ये है पूरा मामला
दरअसल, यह पूरा मामला सोमवार का है। वन विभाग नकुलनार और बचेली से वनकर्मियों की टीम टिकनपाल गांव में चल रहे अवैध लकड़ी के कारोबार पर छापा मार कार्रवाई करने पहुंची थी। लकड़ी तस्कर वन कर्मियों को देखते ही सतर्क हो गए। तस्करों ने गांव के दर्जन भर से अधिक लोगों के साथ मिलकर वन कर्मियों को घेर लिया।
सालों से चल रहा है अवैध लकड़ी का कारोबार
बता दें कि सालों से टिकनपाल में अवैध लकड़ी का कारोबार चल रहा है। यहां वन विभाग की टीम साल भर में कई बार दबिश भी दे चुकी है। विभाग को लकड़ी के बने फर्नीचर पकड़ने में सफलता भी मिल चुकी है। पुलिस वन कर्मियों से मारपीट करने आरोपित की पिकअप वाहन लकड़ी के साथ पकड़ ली है, जिस पर राजसात की कार्रवाई की जा रही है।
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